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दुबई: भारत में 2020 तक मोबाइल, ब्राडबैंड और कनेक्टिविटी के ग्राहकों की कुल संख्या एक अरब हो जाने की उम्मीद है। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक इससे देश की मोबाइल अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास के दौर का पता चलता है। यह अनुमान जीएसएमए इंटेलीजेंस की ‘द मोबाइल इकोनॉमी: इंडिया 2016’ रपट में लगाया गया है। रपट के अनुसार जून 2016 में भारत में 61.6 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं। इस हिसाब से यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार बन गया। स्मार्टफोन के मामले में भी 2016 में 27.50 करोड़ स्मार्टफोन उपकरणों के साथ भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया। रपट में अनुमान जताया गया है कि मोबाइल सुविधाओं के बढ़ने और उपकरणों समेत दरों के लगातार सस्ते होने के चलते 2020 तक इसमें 33 करोड़ और उपभोक्ता जुड़ेंगे। इससे देश की 68 प्रतिशत आबादी के पास मोबाइल सुविधा होगी। वर्ष 2015 में यह आंकड़ा 47 प्रतिशत के आसपास था। मोबाइल ब्रांडबैंड सेवाओं के मामले में भारत में प्रौद्योगिकी में सुधार आ रहा है। 3जी और 4जी मोबाइल ब्राडबैंड कनेक्शन के 2020 तक 67 करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है। यह कुल कनेक्शन का 48 प्रतिशत होगा।

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