वाशिंगटन: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्कियां बढ़ गई है। अमेरिका, रूस के साथ-साथ यूरोपीय देशों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने इस आतंकी हमले पर दुख जाते हुए भारत के साथ खड़े रहने की बात कही है।
पहलगाम इस्लामी आतंकवादी हमला: तुलसी गबार्ड
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने कहा कि हम पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भीषण इस्लामी आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं।
उन्होंने कहा, "मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के सभी लोगों के साथ हैं। हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपका समर्थन करते हैं।"
ट्रंप ने की थी पीएम मोदी से बात
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकियों ने सैर पर गए पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। जिस समय यह आतंकी घटना हुई उस समय अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपने परिवार के साथ भारत दौरे पर थे। पहलगाम हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और पूर्ण समर्थन की बात कही थी।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने भी पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त लड़ाई में सभी तरह की मदद देने के लिए तैयार है। पहलगाम हमले के बाद जेडी वेंस ने पीएम मोदी से बात की थी। उन्होने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "हम इस देश (भारत) और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हैं। इस भयावह हमले में हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।"