यरुशलम: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पत्नी सारा नेतन्याहू ने पोप फ्रांसिस से इजारायल गाजा जंग में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बंधकों की बिना किसी शर्त रिहाई को लेकर पोप से कहा है कि वह इस मामले में दखल दें।
नेतन्याहू की पत्नी ने पोप फ्रांसिस को लिखा खत
सारा नेतन्याहू ने पोप फ्रांसिस को खत लिखा जिसमें हमास के आतंक का जिक्र किया गया है। उन्होंने लिखा कि हमास के लड़ाकों ने निर्दोष नागरिकों की हत्या की है और नवजात बच्चों को जला दिया है। इसके अलावा उन्होंने चिट्ठी में महिलाओं से बलात्कार का जिक्र भी किया है।
सारा ने कहा कि यहूदियों के नरसंहार (हिटलर के शासन के दौरान) के बाद ये सबसे बर्बर घटना थी। सारा ने लिखा, "अत्याचारों के 78 दिन बाद भी हमास ने 129 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बंधक बना रखा है। उनमें से कई घायल और बीमार हैं। वे भूख से पीड़ित हैं, और कुछ को जीवित रहने के लिए आवश्यक बुनियादी दवाओं से वंचित कर दिया जाता है।"
सारा ने नोआ अरगामेनी नाम की एक बंधक का जिक्र किया। उन्हें 7 अक्टूबर को हमास के हमलों के दौरान अगवा कर लिया गया था। सारा ने साझा किया कि नोआ की मां स्टेज 4 के ब्रेन कैंसर से जूझ रही हैं और वास्तव में अपनी बेटी से मिलना चाहती थीं।
सारा ने कहा, "मैं आपसे (पोप फ्रांसिस) चाहती हूं कि आप इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप करें और बंधकों की रिहाई कराने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें।"
इजरायली सेना ने किया शरणार्थी कैंप पर हमला
गाजा में हमास प्रशासित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सेंट्रल गाजा के अल-मगाजी शिविर पर हुए इजरायली हमले में कम 70 लोग मारे गए हैं। इस हमले के बाद इजरायल पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।