तेल अवीव/गाजा: इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास 7 अक्टूबर से जंग लड़ रहे हैं। गाजा पट्टी में चल रही जंग में अब तक 20 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इजरायल के भी 1200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इनमें सैनिक भी शामिल हैं। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि गाजा युद्ध बहुत भारी पड़ रहा है। 'द टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक, नेतन्याहू ने कहा कि देश को गाजा युद्ध की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। क्योंकि हमास के साथ लड़ाई में मारे गए सैनिकों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन हमारे पास लड़ते रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।"
जीत के लिए पूरी ताकत के साथ करेंगे काम: नेतन्याहू
इजरायली सेना ने शुक्रवार को फिलिस्तीनी क्षेत्र में 14 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। पीएम नेतन्याहू ने कहा, "गाजा में लड़ाई के एक बहुत मुश्किल दिन के बाद यह एक बहुत मुश्किल सुबह है।"
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हम आखिर तक जीत के लिए पूरी ताकत के साथ काम करते रहेंगे। जब तक हम अपने सभी टारगेट पूरे नहीं कर लेते, जंग जारी रहेगी। हमास का खात्मा, सभी बंधकों की वापसी और यह सुनिश्चित करना कि गाजा फिर कभी इजरायल के लिए खतरा नहीं बनेगा...हमारा लक्ष्य है।"
नेतन्याहू ने आगे कहा, "मैं एक बात साफ कर दूं... यह एक लंबा युद्ध होगा... जब तक कि हमास का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता, हमें जंग लड़नी होगी। हम उत्तर और दक्षिण दोनों में सुरक्षा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
इजरायल के 153 सैनिकों की मौत
27 अक्टूबर को गाजा में जमीनी हमला शुरू होने के बाद से इजरायल सेना ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में 153 सैनिकों को खो दिया है। शनिवार को 10 सैनिकों की मौत हो गई। गाजा में हमास के साथ जंग के अलावा इजरायल को लेबनान के साथ अपनी उत्तरी सीमा पर हिजबुल्लाह के आतंकियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
जंग में अब तक 20 हजार से ज्यादा मौतें
7 अक्टूबर को शुरू हुई इस जंग में अब तक 20 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इनमें 6 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। वहीं, इजरायल के 1200 लोग मारे गए थे।
इजरायल ने हमले रोकने के लिए रखी थी शर्त
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने 7 दिन के सीजफायर का प्रस्ताव दिया था। हमले रोकने के बदले में इजरायल ने 40 बंधकों को छोड़ने की शर्त रखी थी। हालांकि, हमास ने इस शर्त को मानने से इंकार कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर को 240 लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे। सीजफायर समझौते के तहत 100 से ज्यादा लोगों को छोड़ा गया था।