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नई दिल्ली: सैन फ्रांसिस्को में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई अहम बैठक में कई माइलस्टोन और कुछ बाधाएं देखी गईं, क्योंकि दोनों सुपर पावर इस बात पर सहमत हुईं कि एक-दूसरे से मुंह मोड़ना "कोई विकल्प नहीं।".

बाइडेन और शी चिनफिंग की मुलाकात फिलोली एस्टेट में हुई, जिसे 1980 के दशक के सोप ओपेरा "डायनेस्टी" की सेटिंग के रूप में जाना जाता है। उन्हें एस्टेट के बगीचे में टहलते, बातें करते और सहजता से मुस्कुराते हुए देखा गया।

शिखर सम्मेलन के नतीजे भी अनुकूल रहे, अमेरिका और चीन उच्चस्तरीय सैन्य संचार बहाल करने पर सहमत हुए। जो बाइडेन ने कहा, "इसी तरह से दुर्घटनाएं और गलतफहमियां होती हैं, इसलिए हम सीधे, खुली, स्पष्ट और सीधे बातचीत पर सहमत हुए हैं।"

दोनों नेता अमेरिका में नशीली दवाओं के ओवरडोज़ का मुख्य कारण, फेंटेनाइल की आपूर्ति से निपटने में सहयोग करने के लिए एक समझौते पर भी पहुंचे।

समझौते के तहत, चीन सीधे उन रासायनिक कंपनियों पर शिकंजा कसेगी जो फेंटेनाइल प्रीकर्सर बनाती हैं।

बाइडेन और चिनफिंग के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भी चर्चा हुई। बैठक के व्हाइट हाउस रीडआउट में कहा गया, "नेताओं ने यूएस-चीन सरकार वार्ता के माध्यम से उन्नत एआई सिस्टम के जोखिमों को दूर करने और एआई सुरक्षा में सुधार करने की जरूरतों की पुष्टि की।"

बाइडेन ने कहा, "आने वाले महीनों में, हम दोनों दिशाओं में पीआरसी के साथ उच्चस्तरीय कूटनीति को संरक्षित करने और आगे बढ़ाना जारी रखेंगे, ताकि राष्ट्रपति शी और मेरे बीच बातचीत की लाइनें खुली रहें। वह और मैं इस बात पर सहमत हुए कि हम फोन उठा सकते हैं और सीधे कॉल कर सकते हैं। हमारी बात तुरंत सुनी जाएगी।''

बैठक के अंत में मैमोरेबल कोट्स की एक लंबी लिस्ट थी। शी चिनफिंग ने कहा, "दोनों देशों की सफलता के लिए बहुत स्पेस है।" बाइडेन ने कहा कि दुनिया उम्मीद करती है कि अमेरिका और चीन "जिम्मेदारी से कॉम्पटिशन" मैनेज करेंगे ताकि इसे "संघर्ष, टकराव या एक नए कोल्ड वॉर" में जाने से रोका जा सके।

दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान हल्के-फुल्के पलों के दौरान बाइडेन ने चिनफिंग को उनकी पत्नी पेंग लियुआन के जन्मदिन की याद दिलाई और कहा कि इस दिन उनका भी जन्मदिन होता है। इस बात से शर्मिंदा चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वह काम में बहुत बिजी होने की वजह से तारीख भूल गए। समय पर जन्मदिन की याद दिलाने के लिए उन्होंने बाइडेन को धन्यवाद कहा।

हालांकि बाइडेन और चिनफिंग की मुलाकात में सिर्फ मुस्कुराहट और हाथ मिलाने वाले पल ही नहीं थे। बाइडेन ने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग में चीन द्वारा कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में चिंता जताई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाद में कहा, "मैंने उन्हें उन व्यक्तियों के नाम दिए जिनके बारे में हमें लगता है कि उन्हें हिरासत में रखा गया है और उम्मीद है कि हम उन्हें भी रिहा करा सकते हैं। हालांकि इस पर कोई सहमति नहीं बनी है।

शी और बाइडेन की मुलाकात के दौरान ताइवान का मुद्दा भी उठा। बाइडेन ने जब यह मुद्दा उठाया तो चीनी राष्ट्रपति ने दृढ़ता से कहा कि अमेरिका को द्वीप को हथियार देना बंद करना चाहिए और जोर देकर कहा कि रीयूनिफिकेशन रोकने लायक नहीं था। बीजिंग ताइवान पर संप्रभुता का दावा करता है।

चिनफिंग एक साम्यवादी देश चलाने वाले तानाशाह हैं

बैठक के तुरंत बाद, बाइडेन ने ऐसी टिप्पणी की, जिससे चीन खुश नहीं होगा। शी का जिक्र करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया से कहा, "चिनफिंग एक साम्यवादी देश को चलाने वाले एक तानाशाह हैं। चीन की सरकार हमारी सरकार से बिल्कुल अलग सरकार के स्वरूप पर आधारित है।"

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