यरुशलम: इजरायल में फिलीस्तीन के हमास ग्रुप के हमले में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 2100 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। हमास की ओर से 7 अक्टूबर को इजरायल पर 20 मिनट के अंदर करीब 5 हजार रॉकेट दागे गए। हमास के लड़ाकों ने इजरायली नागरिकों, सैनिकों और विदेशी नागरिकों का अपहरण कर लिया है। उन्हें बंधक बनाकर सुरंग में रखा गया है। लड़ाके ज़मीन, समुद्र और हवाई रास्ते से इजरायल में दाखिल हुए। उन्होंने कई कस्बों और सैन्य ठिकानों में घुसपैठ की। इस बीच हमास के नियंत्रण वाले गाजा पट्टी में इजरायली वायुसेना ने ताबड़तोड़ हमले किए हैं। इजरायल के रक्षामंत्री ने गाजा पट्टी की पूर्ण घेराबंदी के आदेश दिए हैं, वहीं बिजली, भोजन, पानी सहित जरूरी सप्लाई को बंद कर दिया हैं।
इजरायल ने 48 घंटे में 3 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अधिकारियों को गाजा पट्टी में खाना, पानी, बिजली और फ्यूल की सप्लाई बंद करने को कहा है। योव गैलेंट ने एक वीडियो मैसेज में ये एलान उस एन्क्लेव का जिक्र करते हुए किया, जहां 2.3 मिलियन लोग हैं।
फिलिस्तीन की तरफ से अभी भी लड़ाके इजरायल में घुस रहे हैं। हमास के हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में इजरायली वायुसेना ने सोमवार को कई परिचालन मुख्यालयों के साथ-साथ विभिन्न इमारतों पर हमला किया।
शवों को बरामद करने में मदद करने वाले एक संगठन के अनुसार, गाजा के करीब किबुत्ज़ रीम के पास एक म्यूजिक शो में हमास के हमलावरों ने अनुमानित 250 लोगों की हत्या कर दी। मरने वालों में युवा इजरायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं।
हमास के जवाब में फिलिस्तीनी क्षेत्र पर इजरायली सेना के हवाई हमलों के बाद गाजा पट्टी में भी कम से कम 493 लोग मारे गए हैं। योव गैलेंट ने हिब्रू में कहा, "हम जानवरों से लड़ रहे हैं और उसके मुताबिक काम कर रहे हैं।"
इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास ग्रुप के हमले के बाद एक वीडियो मैसेज जारी किया। इसमें उन्होंने चेतावानी दी कि इजरायल को निशाना बनाने वाले एक भी आतंकी को छोड़ा नहीं जाएगा।