मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से भाग लेने की कोई योजना नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स में क्रेमलिन के हवाले से ये जानकारी दी गई है। भारत में अगले महीने यानि सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन होना है। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत में सितंबर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए यात्रा की योजना नहीं बना रहे हैं। उनका ध्यान विशेष सैन्य अभियान पर है।
इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट ने किया है अरेस्ट वारंट
इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट (आईसीसी) ने पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। हालांकि, क्रेमलिन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इसका मतलब ये है कि विदेश यात्रा करते समय व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार किए जाने का जोखिम है।इसी वजह से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीते बुधवार को दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के नेताओं की एक सभा में व्यक्तिगत रूप से नहीं, बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया था।
इस दौरान उन्होंने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन में डोनबास क्षेत्र में रहने वाले लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाते हुए कहा था कि रूस का विशेष सैन्य अभियान उस युद्ध को समाप्त करने के लक्ष्य को लेकर है।
पश्चिमी देशों पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने ये भी कहा कि दुनिया में अपना आधिपत्य बनाए रखने की कई पश्चिमी देशों की इच्छा के कारण यूक्रेन में गंभीर संकट पैदा हुआ। पुतिन ने कहा कि रूस ने उन लोगों का समर्थन करने का फैसला किया है, जो अपनी संस्कृति, अपनी परंपराओं, अपनी भाषा और अपने भविष्य के लिए लड़ रहे हैं।