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काहिरा: अमेरिका के तीन दिवसीय राजकीय दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शनिवार (24 जून) को मिस्र पहुंचे। यात्रा के दूसरे दिन यानी रविवार (25 जून) को उन्हें राजधानी काहिरा में मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से नवाजा गया। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया।

बता दें कि 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है। मिस्र के राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय बैठक से पहले पीएम मोदी को प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया। दोनों नेताओं ने अपनी मुलाकात के दौरान महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर साइन किए।

अल-हकीम मस्जिद का किया दौरा

यह 13वां ऐसा सर्वोच्च राजकीय सम्मान है जो पिछले 9 वर्षों में दुनियाभर के विभिन्न देशों ने पीएम मोदी को दिया है। इससे पहले यहां प्रधानमंत्री ने काहिरा में देश की 11वीं शताब्दी की अल-हकीम मस्जिद का दौरा किया, जिसे भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल किया गया है।

बोहरा समुदाय ने किया था मस्जिद का जीर्णोद्धार

इस मस्जिद का जीर्णोद्धार बोहरा समुदाय ने किया था और 1980 में यह एक नए रूप में लोगों के सामने आई। इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी दाऊदी बोहरा समुदाय के 52वें धर्मगुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन ने ली थी और मोहम्मद बुरहानुद्दीन का संबंध भारत से था।

भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि

अल-हकीम मस्जिद के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काहिरा स्थित हेलियोपोलिस वार मेमोरियल (युद्ध कब्रिस्तान) का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

इससे पहले शनिवार (24 जून) को दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने राजधानी काहिरा में मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली से मुलाकात की। मुस्तफा मैडबौली ने ही एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की अगवानी की थी।

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