वाशिंगटन: अमेरिका के टेक्सास के डलास शहर में पुलिस द्वारा अश्वेत लोगों पर की गई घातक गोलीबारी के विरोध में प्रदर्शन के दौरान अचानक स्निपर्स के हमले में 5 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। जबकि इस हमले में सात अन्य अधिकारी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि ये स्निपर्स सेना की वर्दी में प्रदर्शनकारियों के बीच शामिल हो गए थे। अमेरिकी इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब इतनी संख्या में पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी गई हो। गोलीबारी शहर के उस पुराने इलाके में हुई जो होटलों और रेस्तरांओं से भरा है। डलास पुलिस प्रमुख डेविड ब्राउन ने बताया कि दो स्निपर्स ने कुछ ऊंचाई से घात लगाकर हमला करने के अंदाज में गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि सैकड़ों लोगों की शांतिपूर्ण रैली में हिंसा भड़कने के कुछ घंटे बाद अमेरिकी राज्य टेक्सास के डलास में पुलिस गैराज में एक संदिग्ध के साथ बातचीत कर रही थी। ब्राउन ने कहा कि संदिग्ध लगभग एक घंटे तक पुलिस के साथ गोलीबारी करता रहा और वह बातचीत में सहयोग नहीं कर रहा था। उन्होंने कहा कि गतिरोध को समाप्त करने के लिए कोशिश जारी है। पुलिस प्रमुख के अनुसार, संदिग्धों ने व्यस्त इलाके में बम लगे होने की धमकी दी। उन्होंने यह भी बताया कि उनका विभाग संघीय एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहा है। एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ब्राउन ने कहा कि संदिग्ध ने वार्ताकारों को बताया है कि अंत आ रहा है और वह हममें से और अधिक लोगों को यानी कानून प्रवर्तन से जुड़े लोगों को- चोट पहुंचाने वाला और मारने वाला है।
उसने कहा कि इस गैराज में और निचले इलाके में हर जगह बम लगे हैं। ब्राउन ने कहा कि (इसके जैसे) अन्य लोग भी हो सकते हैं। हम अभी तक इस बात से पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि सब संदिग्ध हमारे सामने हैं। ब्राउन ने कहा कि जांचकर्ता यह मानकर काम कर रहे हैं कि सभी संदिग्ध एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। ब्राउन ने पहले कहा था कि एक संदिग्ध को कल रात को पुलिस के साथ गोलीबारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से एक संदिग्ध पैकेट बरामद किया गया था और उसे बम निरोधी दस्ते ने उसकी जांच की थी। गोलीबारी की इस त्रासद घटना के नए पहलू सामने आ रहे हैं और व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को घटना के बारे में बता दिया गया है। ओबामा नाटो सम्मेलन में शिरकत करने के लिए वारसॉ गए हैं। पोलिश राजधानी में पहुंचने से पहले उन्होंने कहा कि इस सप्ताह लुइसियाना और मिनेसोटा में पुलिस द्वारा अश्वेतों पर की गई घातक गोलीबारी नस्ली भेदभाव का सूचक है और सभी अमेरिकियों को इन क्रूर कृत्यों से व्यथित होना चाहिए। पुलिस ने एक संदिग्ध का फोटो भी जारी किया है, जो अश्वेत एवं हट्टा कट्टा युवक है। वह एक सैन्य कमीज पहने हुए है और बंदूक जैसी कोई चीज लिए नजर आ रहा है। पुलिस ने लोगों से संदिग्ध को पहचानने में मदद करने की अपील की है। यह प्रदर्शन मिनेसोटा राज्य में फिलांदो कैस्टाइल एवं लुईजियाना राज्य में एल्टन स्टर्लिंग नामक युवक की पुलिस गोलीबारी में हुई मौत के विरोध में गुरुवार रात किया जा रहा था, उसी दौरान पुलिस पर गोलियां चलाई गईं। कैस्टाइल (32) को बुधवार को एक पुलिस अधिकारी ने गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसकी मंगेतर डायमंड रेनॉल्ड्स ने इस घटना के तुरंत बाद फेसबुक पर एक संदेश दिया था। डायमंड के अनुसार, पुलिस ने फैलक्न हाइट्स जिले में उनकी कार को महज एक लाइट टूटी होने की वजह से रोका था। ‘सीएनएन’ चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, कैस्टाइल के पुलिस की गोली से मारे जाने की घटना लुईजियाना में गोलीबारी में 37 वर्षीय एल्टन स्टर्लिंग के मारे जाने के बाद सामने आई है। एल्टन दो श्वेत पुलिस अधिकारियों के साथ हुई झड़प में मारा गया था। एक राहगीर ने स्मार्टफोन से इस घटना की वीडियो बनाई थी, जो बाद में सोशल मीडिया में आ गई जिसे लेकर लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। इन दोनों घटनाओं के विरोध में गुरुवार रात डलास में एक प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शनकारी ‘हाथ ऊपर, गोली मत चलाओ’ के नारे लगा रहे थे। यह नारा 2०14 मिजूरी राज्य में हुई गोलीबारी के बाद चर्चित हो गया है।