वाशिंगटन: भारत को एक ‘प्रशांत क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण ताकत’ बताते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र के मसविदे में कहा गया है कि पार्टी इस देश के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक संबंध जारी रखेगी और पाकिस्तान पर अपनी जमीन पर आतंकवादी पनाहगाहें खत्म करने के लिए दबाव डालेगी। ‘डेमोकेटिक पार्टी प्लेटफार्म’ को इस महीने बाद में फिलाडेल्फिया में पार्टी के सम्मेलन में औपचारिक रूप से स्वीकार किया जाएगा और वहां हिलेरी क्लिंटन नवंबर में होने वाले आम चुनाव क लिए पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार नामित की जाएंगी। डेमोक्रेटिक पार्टी प्लेटफार्म भारत में राजनीतिक दलों के चुनाव घोषणा पत्र की भांति है। इस प्लेटफार्म का मसविदा कल डेमोक्रेटिक पार्टी ने जारी किया। इसके सदस्यों में क्लिंटन और प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स दोनों ही गुट के लोग हैं। व्यापक तौर पर क्लिंटन प्रशासन के संभावित कैबिनेट सदस्य के रूप में देखे जा रहीं भारतीय-अमेरिकी नीरा टंडन भी इसकी सदस्य हैं। ओबामा प्रशासन की भारत नीति को डेमोक्रेटिक प्रशासन द्वारा जारी रखने का संकेत देते हुए प्लेटफार्म (मसविदा) कहता है, ‘डेमाक्रेट दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक और विविधतापूर्ण देश एवं प्रशांत क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण ताकत भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी जारी रखेंगे।’ प्लेटफार्म ने कहा कि अमेरिका क्षेत्रीय संस्थानों और मापदंडों की सुरक्षा तथा दक्षिण चीन सागर में समुद्र की आजादी की रक्षा के लिए सहयोगियों और साझेदारों के साथ काम करेगा।
प्लेटफार्म ने कहा, ‘हम उत्तर कोरिया के आक्रामक रूख के खिलाफ खड़े होंगे और चीन पर नियमों के साथ चलने का दबाव बनायेंगे। हम अनुचित कारोबारी नियमों, मुद्रा के मामले में जोड़-तोड़ और साइबर हमलों को लेकर बीजिंग के सामने डटकर खड़े होंगे। हम तिब्बतयों के अधिकारों समेत मानवाधिकारों के व्यापक सम्मान का संवर्धन करेंगे।’ प्लेटफार्म ने कड़े आतंकवाद निरोधक उपायों का आह्वान किया। उसने कहा, ‘डेमोक्रेट अफगान की अगुवाई में शांति प्रक्रिया के लिए दबाव बनाते रहेंगे और पाकिस्तान पर अपनी जमीं पर सभी आतंकवादी पनाहगाहों को खत्म करने का दबाव बनायेंगे।’ देशवासियों को इस बात के लिए ताकीद करते हुए कि अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ देना अमेरिका के लिए खतरनाक भूल होगी, मसविदा में कहा गया है, ‘हम वैश्विक शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी की कमान दूसरे पर नहीं डाल सकते, जिसके दिमाग में हमारा श्रेष्ठ हित न हो।’ उसने कहा, ‘एशिया प्रशांत क्षेत्र से लेकर हिंद महासागर तक हम इस क्षेत्र में आस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, फिलीपिन, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड के साथ अपना गठबंधन मजबूत करेंगे।’ उसने कहा, ‘हम डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मुस्लिमों की मानहानि को अस्वीकार करते हैं। यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है जो हमारे देश का मेरूदंड है, यह आईएसआईएस के नापाक मंसूबे को हवा देता है, आतंकवाद को परास्त करने के लिए अहम लोगों एवं देशों को अलग करता है।’