ढाका: बांग्लादेश में अज्ञात हमलावरों ने एक हिंदू पुजारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मुस्लिम बहुल देश में अल्पसंख्यकों एवं धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं के खिलाफ होने वाले इस्लामियों के नृशंस हमलों की श्रृंखला में यह एक अन्य घटना है। श्यामानंद दास पर झेनैदाह में सुबह करीब साढ़े छह बजे हमला किया गया। झेनैदाह पुलिस थाना प्रभारी हसन हाजीजुर रहमान ने कहा, ‘श्यामनंद पूजा के लिए फूल एकत्र कर रहे थे कि तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए तीन हमलावरों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। ढाका ट्रिब्यून ने उनके हवाले से कहा, ‘उन्होंने बेरहमी से धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी और घटनास्थल से फरार हो गए।’ बांग्लादेश में हालिया महीनों में अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों, बुद्धिजीवियों एवं विदेशियों को निशाना बनाकर सुनियोजित तरीके से हमले हुए हैं। पश्चिमी झिनैगाह जिले में मोटरसाइकिल पर सवार तीन हमलावरों ने सात जून को 65 वर्षीय एक हिंदू पुजारी की उस समय हत्या कर दी थी जब वह मंदिर जा रहा था। इससे पहले गिरजाघर के निकट अज्ञात हमलावरों ने पांच जून को एक ईसाई कारोबारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। इसी दिन इस घटना से कुछ ही घंटे पहले शीर्ष आतंकवाद रोधी पुलिस अधिकारी की धार्मिक कट्टरपंथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी ।
आतंकवादियों ने फरवरी में बांग्लादेश के एक मंदिर में एक हिंदू पुजारी की हत्या कर दी थी और उसकी मदद के लिए आने वाले एक श्रद्धालु को गोली मारकर घायल कर दिया था। राजशाही शहर में आईएसआईएस आतंकवादियों ने अप्रैल में एक उदारवादी प्रोफेसर की गला रेतकर हत्या कर दी थी। इसी महीने आईएसआईएस के आतंकवादियों ने एक हिंदू दर्जी की उसकी दुकान पर हत्या कर दी थी और इस्लामवादियों ने बांग्लादेश की पहली समलैंगिक पत्रिका के संपादक और उनके मित्र की ढाका में बेरहमी से हत्या कर दी थी। भारतीय प्रायद्वीप में आईएसआईएस और अलकायदा ने कुछ हमलों की जिम्मेदारी ली है लेकिन सरकार बांग्लादेश में उनकी मौजूदगी से इनकार करती है।