बर्लिन: जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक वॉल्टर स्टीनमीयर ने शनिवार को कहा कि यूरोपीय संघ ब्रिटेन के उससे अलग होने के आघात को सह लेगा। वह बर्लिन में ईयू के छह संस्थापक सदस्य देशों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। स्टीनमीयर ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि ये देश यह भी संदेश भेजेंगे कि हम किसी को भी यूरोप नहीं छीनने देंगे।' उनके फ्रांसीसी समकक्ष जीन मर्क अयारल्ट ने संघ से ब्रिटेन के बाहर जाने पर त्वरित समझौता होने की अपील करते हुए कहा कि ईयू के शिखर सम्मेलन में मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन पर प्रक्रिया में तेजी लाने का बहुत बड़ा दबाव होगा। जनमत संग्रह का परिणाम आने के बाद कैमरन ने शुक्रवार को अक्टूबर तक इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि उनके उत्तराधिकारी को ईयू के लिस्बन संधि के अनुच्छेद 50 के तहत जटिल समझौते का नेतृत्व करना चाहिए जिसमें समूह छोड़ने के लिए दो वर्ष की समय सीमा निर्धारित की गई है। स्टीनमीयर ने यूरोपीय संघ को 'शांति और स्थिरता के लिए सफल समूह' बताया और कहा कि समूह के अंदर इसे बचाने और मजबूत करने की दृढ़ इच्छा है। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि यह पूरी तरह स्पष्ट है कि हम ऐसी स्थिति में हैं जिसमें न तो उन्माद न ही पंगुता स्वीकार्य है।'
बैठक में अयारल्ट, हॉलैंड के बर्ट कोएन्डर्स, इटली के पावलो जिन्टीलोनी, बेल्जियम के डिडियर रेन्डर्स और लग्जमबर्ग के जिएन एसेलबोर्न ने हिस्सा लिया।