ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि लैंगिक समानता राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और यह उनके प्रशासन की विदेश नीति की प्राथमिकता है लेकिन उन्होंने साथ ही स्वीकार किया कि महिलाओं की समानता की दिशा में अमेरिकियों को और काम करने की आवश्यकता है। ओबामा ने व्हाइट हाउस में विशेष रूप से आयोजित ‘महिला सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह (लैंगिक समानता) राष्ट्रीय सुरक्षा का एक मामला है। मैंने लैंगिक समानता को विदेश नीति की प्राथमिकता बनाने की दिशा में काम किया है।’ ओबामा व्हाइट हाउस में प्रथम महिला मिशेल ओबामा और अपनी दो बेटियों के साथ रहते हैं। उन्होंने दर्शकों की तालियों के बीच कहा, ‘‘मैं आठ वर्ष पहले जैसा दिखता था, हो सकता है कि उसकी तुलना में अब मेरे बाल थोड़े सफेद हो गए हैं, लेकिन एक महिलावादी ऐसा ही दिखता है। निस्संदेह, मेरे घर में मेरे पास चुनने के लिए और कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर सबसे पहले जो काम किए उनमें व्हाइट हाउस कौंसिल ऑन विमेन एंड गर्ल्स स्थापित करना शामिल है। ओबामा ने कहा, ‘आज मतदाताओं में आधी से अधिक संख्या महिलाओं की है।

इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में कोई महिला किसी बड़ी पार्टी की संभावित उम्मीदवार बनी है और हम अमेरिकी महिलााओं के अब तक के पहले व्हाइट हाउस सम्मेलन में मौजूद हैं।’ उन्होंने कहा कि काफी प्रगति किए जाने के बावजूद अभी बहुत कुछ होना बाकी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लैंगिक समानता की दिशा में काम करने को विदेश नीति की एक प्राथमिकता बनाया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख