वाशिंगटन: अफगानिस्तान में तैनात पेंटागन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एक अमेरिकी ड्रोन हमले में तालिबान प्रमुख मुल्ला मंसूर के पिछले महीने मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने ‘कोई प्रत्यक्ष प्रतिकूल कार्रवाई’ नहीं की है लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि संबंधों में ‘कुछ तनाव’ आया है। यह पूछे जाने पर कि मंसूर की हत्या के बाद क्या पाकिस्तान की ओर से ‘प्रत्यक्ष रूप से कोई प्रतिकूल कार्रवाई’ की गई, इसके जवाब में अफगानिस्तान में रेसोल्यूज सपोर्ट मिशन में संचार के लिए डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ आर्मी ब्रिगेडियर जनरल चार्ल्स एच क्लीवलैंड ने कहा, ‘इस मामले में, हमें अभी ऐसा नहीं लगा है।’ क्लीवलैंड ने काबुल से एक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेंटागन के संवाददाताओं से कहा, ‘और हम निश्चित ही उम्मीद करते हैं कि ऐसा नहीं होगा।’ उन्होंने कहा, ‘जनरल (जॉन) निकोल्सन (अफगानिस्तान में अमेरिकी एवं नाटो बलों के कमांडर) ने अपने समकक्षों के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए जो प्रयास किए हैं, यह उसी का हिस्सा है। इस बिंदु पर हमने वास्तव में सेना के बीच कोई आपसी मसला नहीं देखा है।’
क्वीवलैंड ने 21 मई को बलूचिस्तान में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मंसूर के मारे जाने के बाद पाकिस्तान की तीखी प्रतिक्रिया के संबंध में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देते हुए यह बात कही। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने पाकिस्तानी जमीन पर अमेरिकी ड्रोन हमलों को ‘‘खेदजनक’’ बताया है। वरिष्ठ पाकिस्तानी नेतृत्व ने कहा है कि अमेरिकी हवाई हमले ने ‘‘उसकी संप्रभुता का उल्लंघन’’ किया है। क्लीवलैंड ने साथ ही कहा कि ‘कुछ तनाव’ है। उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्ट रूप से अब भी कुछ तनाव है। हम सेना के बीच आपसी संबंध बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहे हैं जो हमने पहले ही स्थापित किए हैं।’ क्लीवलैंड ने कहा, ‘इसलिए हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना के साथ अच्छे एवं सकारात्मक संबंध बनाए रखे जाएं।’