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गुवाहाटी: असम में बाढ़ से हालात काफी बिगड़ गए हैं। इस आपदा के कारण रविवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि राज्य के 15 जिलों में करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से बात की और राज्य के मौजूदा हालात का जायजा लेने के अलावा उन्हें हरसंभव केंद्रीय सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिया। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक, करीमगंज में बाढ़ के पानी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में इस वर्ष बाढ़ से मरने वालों की संख्या 26 हो गई है, जिनमें सात की मौत गुवाहाटी में हुई है। लखीमपुर, जोरहाट, गोलाघाट, कचार, धेमाजी, बिश्वनाथ, करीमगंज, सोनितपुर, माजुली, बारपेटा, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, मारीगांव और चिरांग जिले में 4.87 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि 1,096 गांव बाढ़ग्रस्त हैं और 41,200 हेक्टेयर में लगी फसलों को क्षति पहुंची है। राज्य सरकार ने 90 राहत शिविर बनाए हैं जिनमें 17,740 लोगों ने शरण ली है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र ने टेलीफोन के जरिये मुख्यमंत्री सोनोवाल से बात कर असम में बाढ़ से उपजे हालात की जानकारी ली।

उन्होंने बाढ़ पीड़तों को राहत मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे उपायों, बाढ़ से हुए नुकसान और राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में पूछा। सोनोवाल ने प्रधानमंत्री को राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे प्रभावी और त्वरित उपायों की जानकारी दी। सोनोवाल ने बताया, असम में बाढ़ के हालात को लेकर प्रधानमंत्री काफी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य में बाढ़ की स्थिति को काफी गंभीरता से ले रही है और समस्या से निपटने में हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया है। नागालैंड में पिछले दो हफ्तों से जारी तेज बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। नागालैंड और मणिपुर की जीवन रेखा कहा जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 29 एक किलोमीटर तक बह गया है।

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