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भुवनेश्वर: चक्रवाती तूफान ‘फैनी’ के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने पर्यटकों को तुरंत धर्म नगरी पुरी को छोड़ने की सलाह दी है। साथ ही तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने एहतियातन सभी सरकारी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है। मौसम विभाग ने बुधवार को जारी बुलेटिन में बताया कि भयंकर तूफान में तब्दील हो चुका ‘फैनी’ शुक्रवार दोपहर को पुरी जिले के सतपाड़ा के तट से 175-185 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से टकराएगा।

विभाग ने ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए ‘येलो वार्निंग’ जारी की है और मछली पकड़ने की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाने, तटीय क्षेत्रों से लोगों की व्यापक निकासी व रेल और सड़क यातायात डायवर्जन करने या निलंबित करने का सुझाव दिया है। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बीपी सेठी ने बताया, ‘सभी शिक्षण संस्थानों को 2 मई से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे शाम तक पुरी को छोड़ दें। जिले में 3 से 4 मई तक सभी गैर जरूरी यात्राएं रद्द कर दी गई हैं।’

सेठी के मुताबिक, तूफान के कारण निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है, लिहाजा बृहस्पतिवार तक सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम पूरा हो जाएगा। ‘फैनी’ पश्चिम बंगाल से पहले राज्य के जगतसिंहपुर, कटक, खुरदा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज इलाकों से होकर गुजरेगा। राज्य सरकार ने प्रशासन को इन जिलों में हाई अलर्ट पर रखा है।

भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक, ‘फैनी’ 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और पुरी से 430 किमी दक्षिण दक्षिणपूर्व में है। बृहस्पतिवार को ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश की आशंका है। शुक्रवार तक इसमें बढ़ोत्तरी होगी और कुछ इलाकों में 20 सेमी तक बारिश हो सकती है।

11 जिलों से हटी आचार संहिता

चुनाव आयोग ने फैनी तूफान के मद्देनजर ओडिशा के 11 जिलों से आदर्श आचार संहिता हटा ली है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को चुनाव आयोग से इसका अनुरोध किया था ताकि प्रभावित तटीय इलाकों में राहत और बचाव गतिविधियां तेजी से अंजाम दिया जा सके। आयोग ने सरकार का प्रस्ताव स्वीकार करते हुए पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गजपति, गंजम, खुरदा, कटक और जाजपुर से आचार संहिता हटाने का फैसला किया है। इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी आयोग को चार जिलों में आचार संहिता हटाने का अनुरोध किया है।

नौसेना भी पूरी तरह तैयार

इस बीच, तूफान की चेतावनी के बाद नौसेना ने फौरी राहत के लिए जहाज, हेलीकॉप्टर और मेडिकल टीमें तैनात कर दी हैं। नौसेना स्टेशनों पर भी एयरक्राफ्ट तैयार रखे गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी असामान्य स्थिति से निपटा जा सके। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने बुधवार को कहा कि नौसेना तूफान से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। विशाखापट्टनम में पूर्वी कमान को अलर्ट पर रखा गया है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश की सरकार के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।

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