भुवनेश्वर: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिसवाल की बेटी एवं कांग्रेस नेता सुनीता बिसवाल शनिवार को सत्तारूढ़ बीजद में शामिल हो गईं। इससे महज दो दिन पहले ही कांग्रेस ने घोषणा की थी कि पार्टी आगामी चुनावों के लिए ‘एक परिवार, एक टिकट’ की नीति का सख्ती से पालन करेगी। सुंदरगढ़ जिला कांग्रेस की पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता बिसवाल मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की मौजूदगी में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बीजद में शामिल हुईं।
पटनायक ने कहा, “मैं खुश हूं कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिसवाल की बेटी श्रीमती सुनीता बिसवाल अपने समर्थकों के साथ हमारी पार्टी में शामिल हुईं। मैं उन सभी का पार्टी में स्वागत करता हूं। मुझे यकीन है कि वे बीजद को और मजबूत बनाएंगे।” सुनीता ने कहा कि उन्होंने अपने ससुराल पक्ष के लोगों से सलाह-मश्विरा करने के बाद पार्टी में शामिल होने का फैसला किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “क्योंकि मेरे पिता कांग्रेस में हैं, मैं पार्टी छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी।”
सुनीता ने कहा, “मैं महिलाओं, किसानों एवं युवाओं के लिए नवीन पटनायक के कल्याणकारी कार्यक्रमों से प्रभावित हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं सुंदरगढ़ के लोगों के लिए कुछ कर पाऊंगी।” उन्होंने कहा कि वह बिना किसी शर्त के बीजद में शामिल हुई हैं और टिकट को लेकर पार्टी प्रमुख का जो कुछ भी फैसला होगा उसे स्वीकार करेंगी। बेटी के निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए हेमानंद बिसवाल ने कहा, “मेरी बेटी अपने फैसले लेने के लिहाज से काफी बड़ी हो चुकी हैं। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मैं कांग्रेस में ही बना रहूंगा।”