भुवनेश्वर: पूरा ओडिशा इन दिनों भीषण गरमी की चपेट में है. भवानीपटना और बालनगिर में तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, तीतलागढ़ में तापमान 46 का आंकड़ा पार कर गया। भीषण गरमी से यहां अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक भद्रक जिले में लू लगने से 80 वर्षीय एक वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गई। एसआरसी दफ्तर ने बताया कि राज्य में इस साल गरमी से जु़ड़ी घटनाओं में पहले से ही आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से अंगुल जिले से तीन, संबलपुर और बारगढ़ से दो-दो और बालनगिर से एक मौत हुई है। मौसम विभाग ने कहा कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी में काफी उछाल आया है। जिसके साथ ही राज्य के कम-से-कम नौ स्थानों पर पारा 43 डिग्री सेल्सियस और 13 स्थानों पर 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है। राजधानी भुवनेश्वर का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि कटक शहर में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि ओडिशा मानसून के लिए तैयार है. शुरुआती मानसून के आगमन की संभावनाओं के बीच ओडिशा सरकार ने अधिकारियों से जुलाई तक प्रारंभिक चेतावनी प्रसार प्रणाली (ईडब्ल्यूडीएस) की स्थापना करने के लिए कहा है और इसके साथ ही बाढ़ और चक्रवात जैसी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की है। इस संबंध में फैसला राज्य के मुख्य सचिव एपी पाधि की अध्यक्षता में हुई।
राज्य स्तरीय मानसून पूर्व तैयारियों हेतु हुई बैठक में लिया गया है। देश के विभिन्न राज्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात और झारखण्ड के साथ ही पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तापमान सामान्य स्तर से उपर ही रहा।