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लखनऊ: बसपा मुखिया मायावती ने केंद्र सरकार पर मथुरा कांड के मामले में ’निष्क्रियता’ का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव सरकार के खिलाफ ‘उचित संवैधानिक और कानूनी कार्रवाई’ की मांग की है। मायावती ने मथुरा के जवाहरबाग कांड के मामले में आज (सोमवार) यहां जारी बयान में भाजपा पर नाटकबाजी, केंद्र सरकार केंद्र सरकार पर निष्क्रियता और राज्यपाल पर चुप्पी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार को कोरी बयानबाजी बंद करके सपा सरकार के खिलाफ ’उचित संवैधानिक और कानूनी कार्रवाई’ करनी चाहिए।’ बसपा मुखिया ने इस मामले में केंद्र सरकार को भी बराबर का जिम्मेदार बताते हुए कहा, ‘वैसे तो यह सर्वविदित है कि जवाहरबाग में सरकारी पर अवैध कब्जा और धरना देने वालों को हर प्रकार का सरकारी संरक्षण प्राप्त था, वरना प्रदेश सरकार दो साल खामोश नहीं रहती। केंद्र सरकार और इसकी खुफिया एजेंसियों की लापरवाही भी कम नहीं है।’ उन्होंने अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा और भाजपा में मिलीभगत का भी आरोप लगाते हुए कहा कि मथुरा काण्ड की गम्भीरता को देखते हुए केन्द्र सरकार सीबीआई जांच के लिये पहल क्यों नहीं कर रही है, जैसे कि उसने पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हिंसा के मामले में पहल की थी।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा में पिछले दिनों हुए जवाहरबाग काण्ड मामले में जिले के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है तथा केन्द्र सरकार को घटना के बारे में रिपोर्ट भेज दी है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किये गये ट्वीट में कहा ‘निर्देश- मथुरा के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है। नये अधिकारियों की तैनाती जल्द होगी।’ इस बीच, गृह विभाग के बयान के मुताबिक जालौन के पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार को मथुरा का नया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वह राकेश सिंह का स्थान लेंगे जिन्हें पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। मथुरा के जिलाधिकारी राजेश कुमार के स्थान पर अब तक लोक निर्माण विभाग में विशेष सचिव रहे निखिल चंद्र शुक्ल को तनात किया गया है। इस बीच, प्रदेश सरकार ने मथुरा काण्ड के बारे में गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेज दी गयी है जिसमें संभवत: स्थिति का आकलन करने में स्थानीय प्रशासन की विफलता को इस काण्ड के लिए जिम्मेदार बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार अदालत के आदेश पर जब प्रशासन की तरफ से कार्यवाही की गयी तो जवाहरबाग पर काबिज ‘आजाद भारत विधिक वैचारिक क्रान्ति सत्याग्रही’ पूरी तरह से हथियार बंद थे और उनकी तादाद पुलिस कर्मियों के मुकाबले बहुत ज्यादा थी। कथित सत्याग्रहियों के पास हथगोले और स्वचालित हथियार भी थे जिनका प्रयोग पुलिस के साथ मुकाबले में उन्होंने किया।

दादरी: पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सोमवार की शाम बिसाहड़ा गांव में पंचायत हुई। ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में पंचायत की। इस पंचायत में फैसला लिया गया कि गौ हत्या के मामले में सरकार 20 दिन में अपनी जांच पूरी कर ले। अगर 20 दिनों में अखलाख के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो आंदोलन के लिए सरकार जिम्मेदार होगी। पंचायत की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधान भाग सिंह ने कहा जब अखलाख की हत्या हुई तो उनके परिवार के साथ हम लोग खड़े थे। अब मथुरा लैब से फॉरेंसिक रिपोर्ट में साफ हो गया है कि उसने गौ हत्या की थी। उत्तर प्रदेश में यह जघन्य अपराध है। अब सरकार को उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। हम सरकार को 20 दिनों का समय दे रहे हैं। अगर जांच करके अखलाख के परिवार पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो फिर जो होगा, उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।

लखनऊ: मथुरा कांड को लेकर विपक्ष, खासकर भाजपा के निशाने पर आई सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को पलटवार करते हुए जवाहर बाग में कथित रूप से नक्सलवादियों की मौजूदगी की सूचना राज्य सरकार से साझा न करने का आरोप लगाते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के इस्तीफे की मांग की। सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि भाजपा अपने पुराने चरित्र के मुताबिक ‘लाशों पर राजनीति’ कर रही है। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि जवाहरबाग में झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उड़ीसा से आए नक्सलवादी रह रहे थे। जाहिर है कि केन्द्र के खुफिया तंत्र को भी यह मालूम होगा। आखिर उसने यह जानकारी राज्य सरकार के साथ क्यों साझा नहीं की। इस नाते केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को इस्तीफा देना चाहिए। चौधरी ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री के परिजन ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में हालात बिगाड़ने की कोशिश में शामिल हैं। वे वहां महापंचायत की साजिश कर रहे हैं। दूसरों पर सवाल उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इस वक्त अगर किसी के इस्तीफे की जरूरत है तो वह राजनाथ सिंह के त्यागपत्र की है। चौधरी ने कहा कि दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने जवाहरबाग कांड की सीबीआई जांच के आदेश देने के आग्रह वाली याचिका दायर की है। दरअसल, भाजपा अशांति और अराजकता को मजबूत कर रही है।

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