लखनऊ: प्रदेश सरकार ने गुरुवार को गृह विभाग के संयुक्त सचिव धीरेन्द्र कुमार उपाध्याय और गोंडा के बेसिक शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया है। संयुक्त सचिव पर गृह विभाग में तैनाती के दौरान अनियमितता व अपकृत्य के गंभीर आरोप हैं। यह जानकारी राज्य सरकार के प्रवक्ता ने दी। उन्होंने बताया कि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की संस्तुति पर अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव द्वारा निलंबन की कार्रवाई की गई। धीरेन्द्र उपाध्याय ने संयुक्त सचिव के पद पर गृह विभाग में तैनाती के दौरान सक्षम स्तर के अनुमोदन के बिना और अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर विभिन्न जिलों में कई अधिकारियों को पत्र भेजे थे। इसके लिए उन्हें प्रथमदृष्ट्या दोषी पाया गया है। निलंबन की अवधि में उन्हें सचिवालय प्रशासन अनुभाग-1 से संबद्ध किया गया है।
वहीं दूसरी ओर यूपी सरकार ने गोण्डा के बेसिक शिक्षा अधिकारी डा इंद्रजीत प्रजापित को निलम्बित कर दिया गया है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण में स्थानांतरित हुए शिक्षकों से अवैध वसूली की शिकायतें मिलने की जांच कराई गईं तो प्रजापति दोषी पाए गए।
गोण्डा से स्थानांतरित हुए 1025 शिक्षकों के सापेक्ष केवल 400 शिक्षकों को ही अंतिम तारीख तक कार्यमुक्त किया गया। अध्यापकों को कार्यमुक्त करने संबंधी पत्रावलियां जानबूझ कर समय पर तैयार नहीं की गईं और अवैध वसूली के कारण इसमें विलम्ब किया गया।