ताज़ा खबरें
मुर्शिदाबाद हिंसा पीड़ितों से मिले गवर्नर, -बोले जल्द होगी ठोस कार्रवाई
स्टालिन ने शाह पूछा- 'क्या राज्यों के अधिकारों की मांग करना गलत है'
आजम खान को तीन मामलों में मिली जमानत, लेकिन अभी जेल में रहेंगे

लखनऊ: विधानसभा में मंगलवार को सपा के जौनपुर शाहगंज से सदस्य शैलेंद्र यादव ललई ने पुलिस हिरासत में हुई मौत का मुद्दा उठाया। इस पर संसदीय कार्यमंत्री ने विरोध किया तो शैलेंद्र ललई की उनसे नोक-झोंक हो गई। बाद में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के आश्वासन पर तय हुआ कि इस मुद्दे को कार्यस्थगन के दौरान उठाया जाएगा।

विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही 11 बजे शुरू हुई सपा के शैलेंद्र यादव ललई ने जौनपुर में पुलिस हिरासत में हुई मौत का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नियम-311 के तहत सदन की कार्यवाही रोक कर इस मुद्दे पर चर्चा की जाए। इस पर अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने उन्हें निर्देश दिए कि इस मुद्दे को बात में लिया जा सकता है। इसके बावजूद शैलेंद्र ने अपनी बात रखना जारी रखा। 

इस पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कार्यमंत्रणा की बैठक में जो तय हुआ है वैसे ही सदन चलने दिया जाए। कुछ लोग सदन की कार्यवाही को हाईजैक करना चाहते हैं। यह परंपरा ठीक नहीं है।

इस पर शैलेंद्र ललई ने कहा कि मुझे किसी से किसी तरह की सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। कुछ लोग अपनी मर्जी से सदन चलाना चाहते हैं।

इस पर नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि बहुत ही ह्रदय विदारक घटना थी। वह खुद मौके पर गए थे। यह गंभीर मामला है। जो कार्यमंत्रणा में तय हुआ है उसी के मुताबिक सदन चलाया जाए। इस मुद्दे को कार्यस्थगन के दौरान लिया जा सकता है। तब ललई सहमत हुए और मामला शांत हुआ।

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख