लखनऊ: यूपी की योगी सरकार ने शुक्रवार को अयोध्या, मथुरा और काशी के लिए तीन बड़े प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। अयोध्या और मथुरा-वृंदावन के सीमा विस्तार के साथ विकास को नए पंख लगेंगे। काशी में धर्मार्थ कार्य विभाग का निदेशालय बनाया जाएगा। इसके अलावा यूपी के 13 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने को मंजूरी दे दी गई।
धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय के गठन का प्रस्ताव कैबिनेट ने पास किया है। निदेशालय का मुख्यालय वाराणसी में होगा। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कारिडोर में श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद द्वारा उपलब्ध कराये गए भवन में इसका मुख्यालय बनेगा। उप कार्यालय कैलाश मानसरोवर भवन गाजियाबाद में होगा। इस भवन का उद्घाटन शनिवार को सीएम योगी करेंगे।
नई अयोध्या में 343 गांव और शामिल, दायरा 872.81 वर्ग किमी
राज्य सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तरीय सुविधा देने के लिए अयोध्या विकास क्षेत्र का दायरा बढ़ाने का फैसला किया है। नई अयोध्या में कुल 343 गांव शामिल किए गए हैं और इसका दायरा 872.81 वर्ग किलोमीटर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला हुआ।
अयोध्या जन्मभूमि पर श्रीराम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए नई अयोध्या बसाई जानी है। अयोध्या में दुनियां भर से पर्यटक आ रहे हैं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इसको ध्यान में रखते हुए अयोध्या विकास क्षेत्र का दायरा बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव आवास विभाग ने रखा। इसके मुताबिक अयोध्या के 154 गांव, गोंडा के 63 और बस्ती के 126 गांवों को अयोध्या विकास क्षेत्र में शामिल करने का फैसला हुआ। इनके शामिल होने के बाद अयोध्या विकास क्षेत्र के कुल गांवों की संख्या 343 हो गई है। इसके आधार पर अयोध्या विकास क्षेत्र का दायरा 87280.74 हेक्टेयर यानी 872.81 वर्ग किमी होगा। अयोध्या विकास क्षेत्र का दायरा बढ़ने पर यहां की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 873373 हो जाएगी।
मथुरा-वृंदावन में बरसाना और सौंख नगर पंचायत शामिल
राज्य सरकार ने मथुरा-वृंदावन विकास क्षेत्र में बरसाना और सौंख नगर पंचायत को शामिल करने का फैसला किया है। इसके साथ ही मथुरा व गोवर्धन तहसील के पांच शामिल को भी शामिल करने का फैसला किया है। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण ने जुलाई में शासन को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। इसमें नगर पंचायत बरसाना और मथुरा सौंख उसफार गांव से सौंख नगर पंचायत और मार्ग के दोनों ओर के पांच गांवों को शामिल करने का प्रस्ताव था। आवास विभाग ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जिसे मंजूरी दे दी गई है। आवास विभाग द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद मथुरा-वृंदावन विकास क्षेत्र का दायरा बढ़ाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
यूपी में धर्मार्थ कार्य निदेशालय का गठन, काशी में होगा मुख्यालय
प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए धर्मार्थ कार्य विभाग में अब निदेशालय का गठन करने का फैसला किया है। अभी तक यह विभाग सिर्फ चार अफसरों के सहारे चल रहा था। मगर अब निदेशालय बन जाने के बाद इसमें 19 कार्मिक तैनात होंगे। इसका मुख्यालय काशी में होगा। प्रदेश सरकार ने यह फैसला काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण-सुन्दरीकरण योजना के क्रियान्वयन, काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र परिषद अधिनियम, कैलाश मानसरोवर भवन गाजियाबाद के संचालन और प्रबंधन के अलावा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपानल में सभी धार्मिक स्थलों के रजिस्ट्रेशन और रेग्यूलेशन से सम्बंधित अध्यादेश को बनाए जाने तथा राजगोपाल ट्रस्ट अयोध्या के प्रबंधन आदि महत्वपूर्ण कार्यों को सुचारू से संचालित करने के लिए किया है।
इस बारे में शुक्रवार हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई और शासनादेश जारी किया गया। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि अब धर्मार्थ कार्य विभाग में अपर मुख्य सचिव / प्रमुख सचिव की निगरानी में निदेशालय चलेगा। निदेशालय में निदेशक के अलावा 2 संयुक्त निदेशक, एक लेखाधिकारी, 2 कार्यालय अधीक्षक, 3 स्टेनो / आशुलिपिक, 2 स्थापना सहायक, 2 कम्पूयटर सहायक, 3 वाहन चालक और 3 अनुदेशक तैनात होंगे। इस निदेशालय का उप कार्यालय गाजियाबाद स्थित मानसरोवर भवन में होगा। अभी तक धर्मार्थ कार्य विभाग में विभागीय मंत्री के अलावा अपर मुख्य सचिव, विशेष सचिव, अनुसचिव और अनुभाग अधिकारी ही होते थे। पहले इस विभाग का बजट महज 17 हजार रुपये का होता था। मगर अब 500 करोड़ रूपये से अधिक का है।
उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के अनुरूप पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पौराणिक और स्थापत्य सम्बंधी कार्य धर्मार्थ कार्य विभाग की निगरानी में विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के जरिये संचालित किये जा रहे हैं। इनमें श्री काशी विश्वनाथ मंदिर अधिनियम के तहत संचालन व प्रबंधन, काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद का गठन व संचालन, चित्रकूट परिक्रमा स्थल एवं भजन संध्या स्थल का निर्माण, कैलाश मानसरोवर भवन गाजियाबाद का निर्माण व प्रबंधन, अयोध्या भजन संध्या स्थल का निर्माण व प्रबंधन, वैदिक विज्ञान केन्द्र बीएचू वाराणसी, कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा अनुदान, सिंधु दर्शन यात्रा अनुदान, राज गोपाल ट्रस्ट लखीमपुर खीरी/अयोध्या का प्रबंधन, मौनी बाबा मेला जिला बांदा का प्रबंधन, गोपाल मंदिर जिला बांदा चरखारी मंदिर का प्रबंधन आदि कार्य प्रमुख हैं।