मुंबई: कॉमेडियन कुणाल कामरा को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। उनके खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसके अलावा शिवसेना नेता कामरा को चेतावनी दे रहे हैं कि वे शिंदे से माफी मांगे वरना उनका मुंबई में खुलेआम घूमना मुश्किल कर दिया जाएगा।
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने शो में शिंदे पर विवादित टिप्पणी की थी। इस पर भड़के शिवसैनिकों ने जहां शो का आयोजन किया गया था, वहां धावा बोल दिया था।
दरअसल, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुंबई के खार इलाके में होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में तोड़फोड़ की थी। इस होटल में स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो की शूटिंग हुई थी, जिसमें उन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करते हुए उन्हें गद्दार बोला था। इसके बाद शिवसेना युवा सेना (शिंदे गुट) के महासचिव राहुल कनाल और 19 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। बीएनएस और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
'सार्वजनिक रूप से दिखाई दिए तो हम उनके चेहरे पर कालिख पोत देंगे'
शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक मुरजी पटेल ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है। मुरजी पटेल ने कहा, 'हमने अपने नेता के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हमने उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे दो दिनों के भीतर एकनाथ शिंदे से माफी मांगें अन्यथा शिवसैनिक उन्हें मुंबई में स्वतंत्र रूप से घूमने नहीं देंगे। अगर वे कहीं भी सार्वजनिक रूप से दिखाई दिए तो हम उनके चेहरे पर कालिख पोत देंगे। हम इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे और अपने राज्य के गृह मंत्री से अनुरोध करेंगे कि वे जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दें।'
कांग्रेस बोली- कानून का पालन करें
मामले में कांग्रेस ने शिवसेना और सरकार से कानून के हिसाब से कार्रवाई करने का आह्वान किया। कांग्रेस नेता अतुल लोंधे ने कहा, 'मैं तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करता। आप एक संवैधानिक पद पर हैं। आपकी भावनाएं आसानी से आहत हो जाती हैं, आपको पुलिस से संपर्क करना चाहिए था और शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी। कानूनी व्यवस्था में किसी को भी तोड़फोड़ करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता। कानून का राज है, जहां तक कुणाल कामरा ने कहा कि वह एक कॉमेडियन और लेखक हैं, वह समाज में होने वाली घटनाओं पर टिप्पणी करते हैं। अगर आपको स्टैंड-अप कॉमेडी, उसमें इस्तेमाल की जाने वाली भाषा से इतनी परेशानी है, तो इसे पूरी तरह से बंद कर दें। आप टिप्पणियों से इतना डरते क्यों हैं? यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संविधान के खिलाफ है।'