लखनऊ: उतर प्रदेश सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ी कार्रवाई की है। कोरोना संकट के दौरान सोमवार को किसानों के समर्थन प्रदर्शन के दौरान उन पर ये कार्रवाई की गई है। यूपी पुलिस ने अखिलेश यादव समेत पार्टी के 28 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने अखिलेश यादव समेत 28 लोगों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि सपा कार्यकर्ता और उनके मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि किसान सोमवार को प्रदेश भर में किसान आंदोलन के समर्थन में धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। उन पर धारा 144 का उल्लघंन करने का भी आरोप है। इस दौरान अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों की आवाज को भाजपा सरकार दबा नहीं सकती। उनकी पार्टी काले कानून की वापसी की मांग कर रहे अन्नदाताओं के समर्थन में डटी रहेगी।
अखिलेश ने रविवार को की थी किसान यात्रा निकालने की घोषणा
सपा अध्यक्ष ने रविवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी कृषि कानून को वापस लेने के किसान संगठनो की मांग का समर्थन करती है और इसके लिये सोमवार से राज्य भर में किसान यात्रायें आयोजित की जायेंगी। उन्होने खुद सोमवार को कन्नौज में आयोजित किसान यात्रा में भाग लेने का ऐलान किया था। सपा अध्यक्ष की घोषणा के बाद सतर्क जिला प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुये सपा कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री के आवास के बाहर बेरीकेडिंग लगाकर पुलिस बल तैनात कर दिया था। दिन बढ़ने के साथ सपा कार्यकतार्ओं और नेताओं का जमावड़ा सड़कों पर बढ़ने लगा। कुछ नेताओं ने सपा प्रमुख के आवास में जाने का प्रयास किया जिन्हे पुलिस ने रोक दिया।