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नई दिल्ली: यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में झगड़ा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का खुलकर विरोध करते हुए सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि वह इस गठबंधन के विरोध में हैं और इसके पक्ष में प्रचार करने नहीं जाएंगे। मुलायम ने कहा कि समाजवादी पार्टी अकेले ही चुनाव जीत सकती थी और अखिलेश अपने बूते बहुमत हासिल कर सकते थे। मुलायम ने कहा, 'कांग्रेस ने इतने सालों तक राज किया और उसी की वजह से हमारा देश पिछड़ गया। मेरी हमेशा से यह राय रही है कि हम कांग्रेस से मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे। क्योंकि हमारी समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है।' मुलायम ने कहा, 'हमारे जिन नेताओं के टिकट काटे गए हैं, वो अब क्या करेंगे? 5 साल के लिए तो मौका गंवा दिया।' मुलायम सिंह शुरू से ही कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन करने के खिलाफ थे। रविवार को ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लखनऊ में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसके बाद दोनों नेताओं ने रोडशो भी किया। यह रोडशो जब पुराने लखनऊ में जनसभा में तब्दील हुआ, तो उत्साह से लबरेज दोनों नेताओं ने भाजपा और बसपा को सत्ता में आने से रोकने तथा विकास की राजनीति करने का संकल्प दोहराया। ऐतिहासिक घंटाघर के सामने तंग सड़कों पर इतनी भीड़ जमा हो गई कि राहुल और अखिलेश भाषण के लिए बनाए गए मंच तक पहुंच ही नहीं पाए।

जिस वाहन से वे रोडशो कर रहे थे, वहीं से उन्होंने जनता को संबोधित किया।

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