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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

बेंगलुरु: दक्षिणी राज्य कर्नाटक का चुनावी संग्राम थम चुका है, अब नतीजे आने है। सभी 222 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत ईवीएम में सील हो चुकी है। फिलहाल, सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के एक दिन बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि दक्षिणी राज्य में कांग्रेस सत्ता में बनी रहेगी। साथ ही उन्होंने घोषणा कि यह उनका अंतिम चुनाव है। चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है, अब वे कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे।

दलित मुख्यमंत्री बनने की संभावना के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी अगर दलित मुख्यमंत्री पर निर्णय करती है, तो यह अच्छा है। सिद्धारमैया ने कहा, 'अगर किसी दलित को मुख्यमंत्री का पद देने की बात आई, तो मैं खुद को इससे अलग कर लूंगा। किसी दलित के लिए अगर मुझे मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा तो मैं जरा नहीं नहीं झिझकूंगा।' सिद्धारमैया ने विश्वास जताया कि कांग्रेस को कर्नाटक में पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जेडीएस के साथ किसी तरह के गठबंधन की संभावना से भी इंकार किया।

नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एग्जिट पोल सर्वे को दो दिन का एंटरटेनमेंट बताया है। सिद्धारमैया ने कहा कि यह सिर्फ दो दिनों के एंटरटेनमेंट के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, टेंशन न लें वीकेंड एनजॉय करें। मुख्यमंत्री ने एक्जिट पोल के बाद अपनी पार्टी (कांग्रेस) कार्यकर्ताओं से कहा कि एग्जिट पोल को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है, सप्ताह के अंत का मजा लें। सीएम ने पार्टी नेताओं को चुनाव नतीजों को लेकर निश्चिंत रहने की सलाह दी।

सिद्धारमैया ने रविवार सुबह ट्वीट किया, 'एग्जिट पोल अगले दो दिन के लिए मनोरंजन हैं। एग्जिट पोल पर भरोसा करने का मतलब वैसा ही है कि जिसे तैरना नहीं आता वह किसी के यह बताने पर यकीन कर ले कि नदी की औसत गहराई 4 फुट है और वह पैदल चलकर नदी पार कर सकता है। याद रखिये 6+4+2 का औसत 4 होगा लेकिन छह फीट की गहराई पर आप डूब जाएंगे।' सिद्धारमैया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि नतीजों को लेकर चिंतित न हों और अपना वीकेंड एन्जॉय करें।

बेंगलुरु: कर्नाटक की 224 में से 222 सीटों पर वोटिंग जारी है। कर्नाटक चुनाव पर पूरे देश की नजर है क्योंकि माना जा रहा है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे 2019 में मोदी सरकार के लिए रास्ता निकालेगे। 15 मई को मतगणना होगी। एक सीट पर प्रत्याशी की मौत की वजह से चुनाव नहीं हो रहा है, जबकि राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर चुनाव एक फ्लैट में करीब 10 हजार वोटर कार्ड मिलने की वजह से टाल दिया गया है। इस सीट पर मतदान 28 मई और मतगणना 31 मई को कराई जाएगी।

कर्नाटक में 224 सीटों के लिए 2,654 उम्मीदवार मैदान में हैं। 4.97 करोड़ मतदाता 2600 से ज्यादा प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम के जरिए करेंगे। चुनाव के लिए 55,600 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। पोलिंग बूथों की सुरक्षा के लिए साढ़े तीन लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की कोई भी हिंसा या अप्रिय घटना नहीं हो इसका भरोसा राज्य के डीजीपी ने दिय़ा है। चुनाव आयोग की पूरी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा मतदाता वोटिंग बूथ तक पहुंचे। महिलाओं को खास तौर पर प्रोत्साहित किया जा रहा है।

बेंगलुरु:लगभग तीन माह तक चले धुआंधार प्रचार के बाद कर्नाटक का रण अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच गया। राज्य की 224 में से 222 सीटों पर आज (शनिवार) वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही सत्ता के तीन बड़े दावेदारों मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा।

जयानगर सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी बी एन विजयकुमार के निधन के चलते जबकि राजाराजेश्वरी नगर सीट पर निर्वाचन नियमों के उल्लंघन के चलते चुनाव रद्द कर दिया गया है। राजाराजेश्वरी नगर सीट पर 28 मई को चुनाव होगा। कांग्रेस, पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है। जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है।

भाजपा ने सिर्फ एक बार 2008 से 2013 तक कर्नाटक में शासन किया था। भाजपा ने 2008 में 110 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस ने 80, जेडीएस ने 28 और अन्य ने 6 सीटें जीती थीं। जेडीएस के लिए यह जीवन-मरण का सवाल है। जेडीएस फिलहाल एक दशक से सत्ता से बाहर है।

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