नई दिल्ली: कनार्टक विधानसभा के लिए शनिवार को हुए मतदान के बाद सामने आए अधिकतर मतदान बाद सवेर्क्षणों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बढ़त का अनुमान लगाया गया है। इसे देखते हुए कांग्रेस ने उसे सत्ता से बाहर रखने के वास्ते जनता दल (सेक्यूलर) के साथ गठबंधन की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस का दावा है कि वह बहुमत के लिए जरूरी 113 का आंकड़ा पार कर लेगी। लेकिन सवेर्क्षणों में जिस तरह भाजपा को आगे दिखाया गया है, उससे कांग्रेस के दोबारा सत्ता में आने के विश्वास को करारा झटका लगा है। लिहाजा उसने जद (एस) की तरफ अपना रुख नरम कर दिया है।
कांग्रेस को हमारे पास आना होगा: देवेगौड़ा
जनता दल (एस) के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने कहा है कि वह कांग्रेस के पास नहीं जाएंगे बल्कि कांग्रेस को उनके पास आना होगा। देवेगौड़ा के इस बयान से कांग्रेस के रुख में उसके प्रति बड़ा बदलाव आ रहा है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी दल को बहुमत नहीं मिलने और कांग्रेस के सबसे बड़े दल के रूप मे उभरने पर वह जद (एस) के साथ तालमेल करेगी।
कुछ सर्वेक्षणों में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने का दावा किया जा रहा है हालंकि ज्यादातर सर्वेक्षणों में बीजेपी के ही सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आने का अनुमान लगाया गया है। कांग्रेस दूसरे स्थान पर और जनता दल (एस) सरकार बनाने के लिए अब तक अहम भूमिका में नजर आ रही है।