बेंगलुरु: बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा हिंदू की रविवार की रात में शिवमोगा में हुई हत्या के बाद सोमवार को हुई हिंसा को लेकर राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता और पंचायती राज मंत्री ईश्वरप्पा पर कांग्रेस ने हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। सवाल इस बात को लेकर भी उठाए जा रहे हैं कि जब धारा 144 लगी थी तो मंत्री होते हुए भी उन्होंने इसका उल्लंघन क्यों किया। राज्य के गृह मंत्री के मुताबिक जिला प्रशासन इस मामले में जांच करेगा। इस हत्याकांड के सिलसिले में अब तक दो गिरफ्तारियां हुई हैं।
हर्षा हिंदू की शवयात्रा में राज्य के पंचायती राज मंत्री ईश्वरप्पा मौजूद थे। इसी दौरान पथराव हुआ, गाड़ियां जलाई गईं, दुकानों पर हमला हुआ। कांग्रेस का आरोप है कि भीड़ को हिंसा के लिए ईश्वरप्पा ने उकसाया था। हिंसा से पहले भी ईश्वरप्पा ने भड़काऊ बयान दिया था। शवयात्रा में उनकी मौजूदगी पर सवाल उठ रहे हैं। एक तरफ भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप और दूसरी तरफ मंत्री होने के बावजूद धारा 144 का उल्लंघन करने का।
हमने वरिष्ठ मंत्री ईश्वरप्पा से उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही लेकिन उन्होंने फिलहाल मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। ईश्वरप्पा ने कहा कि, ''मैंने जवाब दे दिया है।''
हालांकि राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने भीड़ को उकसाने और धारा 144 के उल्लंघन के मामले में जांच की बात कही। गृह मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन जांच कर इस मामले में उचित करवाई करेगा।
पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर प्रताप रेड्डी ने कहा कि हमने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक को हिरासत में लिया है। सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनका पता लगाया जा रहा है। हम जल्द ही इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करेंगे। उसके बाद ही हम कह सकते हैं कि हत्या के पीछे क्या मकसद था। जहां तक कल की हिंसा का सवाल है, हमने पाया है कि 14 घटनाएं हुई हैं। उस संबंध में अब तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिन लोगों का हुआ है, उन्हें आने दें, तदनुसार आगे मामले दर्ज किए जाएंगे।