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तिरुवनंतपुरम: केरल में तिरुवनंपुरम की एक सीबीआई अदालत ने 21 वर्षीय सिस्टर अभया की हत्या के सिलसिले में कैथोलिक पादरी और एक नन को मंगलवार को दोषी पाया। उनका शव 1992 में कोट्टायम के एक कॉन्वेंट के कुएं में मिला था। विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जे सनल कुमार ने इस मामले में फैसला सुनाया है।

सजा की अवधि पर फैसला बुधवार को सुनाया जाएगा। अदालत ने कहा कि फादर थॉमस कोट्टूर और सिस्टर सेफी के खिलाफ हत्या के आरोप साबित होते हैं। दोनों न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में अन्य आरोपी फादर फूथराकयाल को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया है। युवा नन के सेंट पियूस कॉन्वेंट के कुएं से मृत मिलने के 28 साल बाद अदालत का फैसला आया है। वह कॉन्वेंट में रहती थी। अभया के माता-पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। वे अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के इंतजार में ही गुजर गए। पहले स्थानीय पुलिस और फिर अपराध शाखा ने मामले की जांच की और कहा कि यह खुदकुशी का मामला है।

तिरुवनंतपुरम: केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम बुधवार देर रात आ गए। इनमें राज्य में सत्तारूढ़ लेफ्ट की बड़ी जीत हुई है। 941 ग्राम पंचायतों में से 514 और 14 जिला पंचायतों में से 10 जिले लेफ्ट की झोली में गए। इसके अलावा 152 ब्लॉक पंचायतों में से 108 पर सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ को जीत मिली। 

सत्तारूढ़ एलडीएफ के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ पार्टी दूसरे स्थान पर रही। इस पार्टी को 375 ग्राम पंचायतों, 44 ब्लॉक पंचायतों और चार जिला पंचायतों पर जीत मिली है। हालांकि एनडीए के हिस्से में जिला पंचायत की एक भी सीट नहीं आई , लेकिन भाजपा ने 23 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की है।

इस चुनाव में एलडीएफ को कोझीकोड, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम में भारी बहुमत मिला है और कोच्चि में यह इकलौती सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई है। यूडीएफ को कन्नूर में बहुमत और त्रिशूर में सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा मिला है। नगरपालिकाओं में यूडीएफ ने बेहतर प्रदर्शन किया है।

तिरुवनंतपुरम: केरल में कोरोना टीका निशुल्क उपलब्ध कराने संबंधी मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बयान के खिलाफ विपक्षी गठबंधन यूडीएफ और भाजपा ने रविवार को राज्य चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है।

विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का बयान चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है क्योंकि चार उत्तरी जिलों में 14 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ माकपा ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे 'बचकाना' करार दिया है।

कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के संयोजक एमएम हसन ने संवाददाताओं से कहा कि गठबंधन ने राज्य चुनाव आयोग से संपर्क किया है क्योंकि चार जिलों में चुनाव होने जा रहे हैं और यह घोषणा आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, 'इस तरह की घोषणा करने की ऐसी कोई जल्दी नहीं थी।'

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी की वैक्सीन को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि राज्य के लोगों को मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। इससे पहले, बिहार में भाजपा द्वारा मुफ्त में वैक्सीन देने का एलान किया जा चुका है। वहीं, मध्य प्रदेश, असम, तमिलनाडु आदि राज्यों में भी मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाने की बात कही जा चुकी है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ''राज्य के लोगों को फ्री में कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा।'' इसके अलावा, उन्होंने राज्य में कोरोना की स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार को कोविड-19 के 5,949 नए मामले सामने आए और 32 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 6.64 लाख हो गए और मृतकों की संख्या बढ़कर 2,594 हो गई। उन्होंने कन्नूर में संवाददाताओं से कहा कि दिन में 5,268 लोग बीमारी से ठीक हुए, जिससे राज्य में अब तक ठीक हो चुके मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 6,01,861 हो गई जबकि वर्तमान में 60,029 मरीजों का इलाज चल रहा है।

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