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मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

तिरुवनंतपुरम: कोरोना महामारी की आशंका के बीच केरल में तेजी से संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए केरल सरकार ने 31 जुलाई और 1 अगस्त को राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का एलान किया है। वहीं केंद्र ने राज्य सरकार की मदद के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भेजी है। फिलहाल देश में करीब 43 हजार के आसपास मामले सामने आ रहे हैं, इसमें से आधे मामले केरल में हैं। 26 जुलाई को यहां 11,586 मामले थे। 28 जुलाई को 22,056 हो गए। यानी लगभग दोगुने मामले यहां से आ रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने हाल ही में केरल में मनाए गए ईद को 'सुपर स्प्रेडर इवेंट्स' बताते हुए राज्य सरकार को पत्र लिखा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालने करने की आवश्यकता है। त्योहार/सामाजिक समारोह के दौरान कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन कराए जाने की आवश्यकता है ताकि महामारी पर काबू पाया जा सके। बता दें कि केरल सरकार ने ईद के दौरान राज्य में लॉकडाउन में ढील दे दी थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जताई थी।

तिरुवनंतपुरम: केरल हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि पिछले वर्ष राजनयिक माध्यम से सोने की तस्करी के सिलसिले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा दर्ज मामले में स्वप्न सुरेश समेत सभी आरोपियों की जमानत याचिका पर 29 जुलाई को सुनवाई करेगी। आरोपियों को किसी भी तरह की राहत देने का विरोध करते हुए एजेंसी ने अदालत से कहा कि स्वप्न सुरेश और अन्य ने नवंबर 2019 से जून 2020 के बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत 167 किलोग्राम सोने की तस्करी कर आतंकवादी कृत्य किया है क्योंकि वे जानते थे कि उनके इस कृत्य से देश की सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को खतरा उत्पन्न हो सकता है।

न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति जियाद रहमान ए ए की पीठ ने कहा कि इसने इस तरह की याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 29 जुलाई की तारीख तय की है ताकि इससे जुड़ी याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार किया जा सके। सुरेश ने एनआईए की अदालत द्वारा जमानत से इनकार किए जाने के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।

नई दिल्ली: केरल में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ जीका वायरस के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। लगातार जीका वायरस मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इसे महामारी नहीं मान सकते हैं लेकिन इसे नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता। इसलिए न सिर्फ हर मामले की निगरानी जरूरी है बल्कि जीनोम सीक्वेंसिंग के स्तर पर भी तेजी से काम करना होगा ताकि कोरोना के अलग-अलग म्यूटेशन और जीका वायरस की वास्तविक स्थिति का पता चल सके। 

कोरोना के साथ-साथ तेजी से बढ़ा है जीका वायरस
नई दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. नरेश गुप्ता का मानना है कि जीका वायरस की जांच प्रयोगशाला में होनी चाहिए। इस वायरस को लेकर भी चिंतित होने की जरूरत है। यह एक ऐसा वायरस है जो मच्छर के काटने से फैलता है और यह स्थानीय लोगों में बड़ी आसानी से फैल सकता है।

तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों ने राज्य में चुनाव प्रचार को अपने नियंत्रण में ले लिया है। केरल में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, मैं भाजपा और उनके इशारों पर नाचने वाली एजेंसियों को सिर्फ यह बताना चाहता हूं कि हम उस तरह के लोग नहीं हैं, जिनसे अभी तक आप निपटते आए हैं। हम अलग तरीके के लोग हैं। आप कुछ भी करें, यह जमीन कभी हम पर आरोप नहीं लगाती। हमारी जिंदगी खुली किताब की तरह है और जल्द ही आपको इस बात का अहसास हो जाएगा।

विजयन का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब कस्टम अधिकारियों ने केरल हाईकोर्ट में कहा है कि सोने की तस्करी के केस में आरोपी स्वप्ना घोष ने मुख्यमंत्री, स्पीकर पी श्रीरामाकृष्णन और कुछ मंत्रियों के खिलाफ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। विजयन ने कहा कि कस्टम आयुक्त का मकसद केरल सरकार को बदनाम करना है, वो भी ऐसे वक्त जब राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

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