नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के सूरत ईस्ट के उम्मीदवार कंचन जरीवाला मिले गए हैं और उन्होंने सीधे आरओ कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर कंचन जरीवाला के अपहरण का आरोप लगाया था। वहीं उनके मिलने पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 'अभी-अभी 500 पुलिस वाले उनको घेर कर आरओ के दफ्तर लेकर आए हैं। उनसे जबरदस्ती अपना नामांकन वापस करवाया जा रहा है। उनको आरओ के दफ्तर में बैठा दिया गया है और पुलिस प्रोटेक्शन में दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपना नामांकन वापस ले ले। मैं चुनाव आयोग से कहना चाहता हूं यह सरेआम दिनदहाड़े लोकतंत्र की लूट हो रही है।'
बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए मनीष सिसोदिया ने इससे पहले कहा था कि गुजरात में बीजेपी चुनाव बुरी तरह हार रही है और वो हार से बौखला गई है। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की सूरत ईस्ट से उम्मीदवार कंचन जरीवाला जी को किडनैप किया है। कल से कंचन और उनका परिवार गायब है।
कल वो अपने नामांकन पेपर की स्क्रूटनी करवाने के लिए दफ्तर गए थे। जैसे ही वो स्क्रूटनी करवाकर बाहर निकले, वहीं से बीजेपी के गुंडे उन्हें उठाकर ले गए। तब से उनका कोई पता नहीं चला है। ये बहुत खतरनाक है। चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए जाना जाता है। ऐसे में उम्मीदवार किडनैप हो गया है तो कहां निष्पक्षता रह गई। बीजेपी ने आप उम्मीदवार का नहीं लोकतंत्र का अपहरण कर लिया गया है।
इस मामले पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा था, सूरत (पूर्व) से हमारे उम्मीदवार कंचन जरीवाला और उनका परिवार कल से लापता है। पहले बीजेपी ने उनका नामांकन रद्द करने की कोशिश की। लेकिन उनका नामांकन स्वीकार कर लिया गया। बाद में उन पर नामांकन वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा था। क्या उनका अपहरण कर लिया गया है ?
बता दें राज्य में पहले चरण में एक दिसंबर को 89 सीट पर और दूसरे चरण में पांच दिसंबर को 93 सीट पर मतदान होगा। मतगणना आठ दिसंबर को होगी। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को चार उम्मीदवारों की 17वीं सूची जारी की है। इस सूची के साथ ही आप, राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा की एक सीट को छोड़कर बाकी सभी सीट के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने केवल एक सीट भावनगर पश्चिम के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी ने अगस्त से ही उम्मीदवारों के नाम जारी करना शुरू कर दिया था।