अहमदाबाद: गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह राज्यपाल से मिलने पहुंचे और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। इसके बाद गुजरात में राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं। बता दें कि रूपाणी ने विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले यह बड़ा फैसला लिया। राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि, "मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। गुजरात का विकास पीएम के मार्गदर्शन में होना चाहिए।" भाजपा के नेता विजय रूपाणी ने शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने अप्रत्याशित इस्तीफे के कुछ क्षणों के बाद कहा कि गुजरात के विकास को एक नेतृत्व में आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि "मेरा मानना है कि गुजरात के विकास की यात्रा नए नेतृत्व, नए उत्साह और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़नी चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।" उन्होंने मीडिया को दिए गए बयान में यह बात कही।
रूपाणी ने कहा कि, "मैं आभारी हूं कि मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ता को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का महत्वपूर्ण मौका दिया गया।" उन्होंने कहा, "मेरे पूरे कार्यकाल में मुझे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन मिला। उनके मार्गदर्शन में गुजरात की प्रगति ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। मैं राज्य के विकास में योगदान देने के अवसर के लिए माननीय प्रधानमंत्री का आभारी हूं।"
रूपाणी के इस्तीफे के बाद उनका मंत्रिमंडल एक ऐसे मोड़ पर आ गया है जिसने सत्तारूढ़ भाजप को ऐसे तिराहे पर ला खड़ा किया है जहां तीन विकल्प हो सकते हैं- एक उत्तराधिकारी (और नया कैबिनेट) नियुक्त करें, राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाने दें या निर्धारित समय से बहुत पहले विधानसभा चुनाव कराए।
जानकारी के मुताबिक, रूपाणी के इस्तीफे के बाद राज्य में नए मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अब तक चार नाम सीएम पद के लिए सामने आए हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, नितिन पटेल, सीआर पाटिल और पुरषोत्तम रुपाला शामिल हैं। हालांकि, इस संबंध में भाजपा से जुड़े सूत्रों ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया।
गुरुवार रात अमित शाह ने किया था गुजरात दौरा
गौरतलब है कि गुरुवार रात को ही गृह मंत्री अमित शाह निजी दौरे पर गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे थे। एक भाजपा नेता ने दावा किया था कि वे शुक्रवार सुबह ही दिल्ली भी लौट गए। उनके गुजरात पहुंचने पर कोई कार्यक्रम नहीं किया गया, न ही पार्टी या सरकारी स्तर पर उनकी किसी से मिलने की योजना सामने आई।
2016 में पहली बार सीएम बने थे रूपाणी
रूपाणी ने सात अगस्त 2016 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद 2017 में राज्य में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें भाजपा ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी। भाजपा ने गुजरात में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। विधानमंडल दल की बैठक में रूपाणी को विधायक दल का नेता और नितिन पटेल को उपनेता चुना गया था। रूपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।