राजकोट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस से अनुरोध किया है कि 'वे उनकी गरीबी का मज़ाक न उड़ाएं', और गुजरात में एक के बाद एक रैलियों में विपक्षी दल तथा उनके नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने सोमवार से ही गृहराज्य गुजरात में चुनाव प्रचार शुरू किया है, जहां 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में 182 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होने जा रहा है।
राजकोट में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस मुझे इसलिए नापसंद करती है, क्योंकि मैं एक गरीब परिवार से हूं... क्या कोई पार्टी इतना नीचे गिर सकती है...? हां, एक गरीब परिवार का व्यक्ति प्रधानमंत्री बन गया है... वह इस सच्चाई के प्रति अपनी नाखुशी को छिपा नहीं पाते... हां, मैंने चाय बेची है, लेकिन मैंने देश को नहीं बेचा... मैं कांग्रेस से आग्रह करता हूं, वे गरीबों और मेरे गरीब मूल का मज़ाक न उड़ाएं...।"
दरअसल, प्रधानमंत्री की टिप्पणी का इशारा उस विवाद की ओर था, जो पिछले सप्ताह पार्टी की युवा शाखा द्वारा बनाए गए एक मीम के बाद पैदा हुआ था, और उसमें 'चायवाला' कहकर प्रधानमंत्री का मज़ाक उड़ाया गया था। इससे पहले कच्छ क्षेत्र के भुज में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए डोकलाम विवाद से लेकर राफेल सौदे को लेकर लग रहे आरोपों का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव 'विकास पर विश्वास' और 'वंशवाद की राजनीति' के बीच हो रहे हैं और प्रदेश की जनता गुजरात के बेटे के खिलाफ झूठ फैलाने के कांग्रेस पार्टी के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं के सभी आरोपों को खारिज करते हुए पीएम ने कहा कि वह गुजरात आते हैं, गुजरात के बेटे के बारे में झूठ फैलाते हैं और बेबुनियाद आरोप लगाते हैं। उन्होंने (कांग्रेस ने) सरदार पटेल के बारे में भी ऐसा ही किया था। कोई भी गुजराती उनके झूठ को स्वीकार नहीं करेगा।
कांग्रेस पार्टी पर प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि जब हमारे सैनिक 70 दिन तक डोकलाम में चीनी सेना के सामने खड़े थे, तब आप (राहुल गांधी) चीनी राजदूत को गले क्यों लगा रहे थे।