अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज वरिष्ठ नेता ने पार्टी छोड़ दी है। वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद कांजी भाई पटेल और उनके बेटे सुनील पटेल ने भाजपा छोड़ दी है।
कांजी भाई पटेल टिकट बंटवारे से नाराज थे। कांजी असल में अपने बेटे सुनील पटेल को टिकट दिलाना चाहते थे लेकिन जब पार्टी ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। सुनील पटेल अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
वहीं भाजपा विधायक शामजी चौहान ने भी पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। वह चोटिला विधानसभा सीट से विधायक हैं। दो दिन पहले घोषित भाजपा की दूसरी सूची में चौहान सहित नौ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया गया और नये चेहरों को लाया गया है। चोटिला विधानसभा क्षेत्र के लिए चौहान की जगह जिनाभाई देदवारिया को टिकट दिया गया है।
चौहान को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पिछले साल संसदीय सचिव नियुक्त किया था। चौहान ने कहा, ‘‘एक व्यक्ति जिसने पार्टी हितों के खिलाफ काम किया और पिछले पांच साल में इसे तोड़ने की कोशिश की, उसे चुनाव लड़ने का अधिकार दिया गया है।
लोगों के बीच उनकी छवि खराब है और मैं उन्हें चुने जाने के लिए काम नहीं करूंगा।’’
आपको बता दें कि गुजरात में मंगलवार को पहले दौर के चुनाव के लिए परचे भरने का आखिरी दिन था। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह खुद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी के नामांकन के वक्त मौजूद रहे।