हैदराबाद: अपने देश में शिक्षक यानी गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है। लेकिन जब गुरु हैवान बन जाए तो शिष्यों को कौन बचा पाएगा। तेलंगाना के हमनाकाेंडा में एक कलयुगी शिक्षक को स्थानीय पुलिस ने छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने और उन्हें अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया है। तेलंगाना पुलिस ने यौन उत्पीड़न के दो अलग-अलग मामलों में से एक में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरे मामले में विश्वविद्यालय के एक सहायक प्रोफेसर पर मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने यह जानकारी दी। पहली घटना में वारंगल शहरी जिले के हनमकोंडा शहर के एक निजी जूनियर कॉलेज के एक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि छात्राओं को भद्दे संदेश भेजने के आरोप में टी. रणजीत कुमार को शनिवार को पकड़ा गया। वह पढ़ाई में कमजोर कुछ छात्राओं को अपना फोन नंबर देकर उनकी मदद की पेशकश करता था। जब छात्राएं अपने संदेह को स्पष्ट करने के लिए उससे बात करती थीं तो वह उनका नंबर रख लेता था और उन्हें एसएमएस और वाट्सएप के जरिए आपत्तिजनक संदेश भेज कर परेशान करता था।
एक पीड़िता ने अपने अभिभावक को इस बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त वी. रवींदर को वाट्सएप के जरिए शिकायत की। पुलिस आयुक्त के निदेर्श पर एक पुलिस टीम ने इसकी जांच शुरू की। आरोपी के खिलाफ प्रथमदृष्टया सबूत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया।
एक अन्य मामले में निर्मल जिले के बसारा स्थित राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज टेक्नोलॉजी (आरजीयूकेटी) में रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख को बखार्स्त कर दिया गया है। उस पर आरोप लगा है कि उसने कथित तौर पर एक छात्रा को उत्तीर्ण करने के बदले में उससे यौन संबंध बनाने की मांग की थी। आरजीयूकेटी के कुलपति ए. अशोक द्वारा गठित एक समिति द्वारा दोषी पाए जाने के बाद वराला रवि को बर्खास्त कर दिया गया। आरोप है कि रवि ने परीक्षा देने में विफल रही छात्रा को अपने घर बुलाया था। वह उसे अश्लील संदेश भी भेज रहा था। इस मामले के विरोध में आरजीयूकेटी पर छात्र संगठनों और महिला संगठनों ने विरोध प्रर्दशन किया।