हैदराबाद: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात में 2002 के दंगों की याद दिलायी। इससे पहले मोदी ने 1984 में सिख विरोधी दंगों को कथित तौर पर 'भयावह जनसंहार' करार दिया था। ओवैसी ने एक ट्वीट में कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मोदी जीवन की रक्षा करने के अपने संवैधानिक कर्तव्य में विफल रहे थे।
ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान प्रधानमंत्री वैसे ही 2002 के दंगे भी थे जो मुख्यमंत्री के तौर पर आपके कार्यकाल के दौरान हुए थे और आप मानव जीवन की रक्षा करने के अपने संवैधानिक शपथ में विफल रहे थे।’’ ओवैसी हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं जहां से वह फिलहाल सांसद हैं। उन्होंने कहा कि मामलों के आरोपियों ने 1984 और 2002 में चुनाव जीते। एआईएमआईएम प्रमुख 1984 के सिख विरोधी दंगों पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के "हुआ तो हुआ, टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर मोदी के हमले की ओर इशारा कर रहे थे।
पित्रोदा ने भाजपा पर "सच्चाई तोड़ मरोड़कर पेश करने" का आरोप लगाया था और कहा था कि इस चुनाव में अतीत की चीजें प्रासंगिक नहीं हैं।