ताज़ा खबरें
दिवाली पर जहरीली हुई दिल्ली, एयर क्वलिटी 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज
महाराष्ट्र में बीजेपी के प्रचार के लिए मोदी-शाह-योगी की होंगी 43 रैलियां
सरदार पटेल का व्यक्तित्व हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा: पीएम मोदी

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा हो गए हैं। वो 10 महीने की सजा काटने के बाद बाहर निकले हैं। उन्होंने जेल से बाहर आते ही कहा कि आज के समय में अगर कोई क्रांति है तो उसका नाम है राहुल गांधी। मैं तो ये जानता हूं कि देश में जब जब तानाशाही आई तब क्रांति भी साथ ही आई। इस बार इस क्रांति का नाम राहुल गांधी है। आज लोकतंत्र पर बेड़ियां लगाई जा रही हैं। पंजाब देश की ढाल है और इसे तोड़ने की कोशिश की जा रही है। पंजाब को कमजोर करने वाले खुद कमजोर होंगे। सिद्धू ने कहा कि मैं चट्टान की तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हूं।

मैं आपको ये भी बता दूं कि कांग्रेस के कार्यकर्ता कोई बर्फ नहीं हैं जो पिघल जाएंगे। वो आज भी खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। इसलिए मैं कहता हूं कि जो सत्य की आवाज है वो ही सही है। मैं तो पंजाब के सीएम भगवंत मान से पूछना चाहता हूं कि आपने पहले बड़े सपने दिखाए थे। लेकिन आज पंजाब में कानून व्यवस्था की जो हालत है वो किसी से छिपी नहीं है।

नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के शीर्ष नेता नवजोत सिंह सिद्धू को कल पटियाला जेल से रिहा किया जाएगा। सिद्धू के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर बताया गया, "सभी को सूचित किया जाता है कि सरदार नवजोत सिंह सिद्धू को कल पटियाला जेल से रिहा किया जाएगा। (जैसा कि संबंधित अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया है)।"

पिछले साल मई में नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोडरेज के मामले में एक साल की जेल की सजा सुनाई थी। सिद्धू ने राज्य चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद पंजाब कांग्रेस प्रमुख का पद छोड़ दिया था।

अदालत का फैसला उस व्यक्ति के परिवार की याचिका पर आया था, जिनकी 1988 में सिद्धू और उनके दोस्त के साथ झगड़े के बाद मृत्यु हो गई थी। परिवार ने कड़ी सजा और सुप्रीम कोर्ट के 2018 के उस आदेश की समीक्षा की मांग की थी, जिसमें सिद्धू को हत्या के आरोप से बरी कर दिया गया था।

नई दिल्ली: खालिस्तान समर्थक भगोड़े अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी पुलिस और अन्य एजेंसियों के लिए अभी भी पहेली बना हुआ है। पंजाब पुलिस अमृतपाल को ढूंढने के लिए अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी और सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस बीच अमृतपाल सिंह ने एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस से जुड़े सूत्रों को कहना है कि अमृतपाल ने यह वीडियो इसलिए जारी किया है क्योंकि वह पंजाब में रहकर ही आत्मसमर्पण करना चाहा रहा है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद पंजाब पुलिस ने उन संभावित जगहों पर छापेमारी और जांच शुरू कर दी है जहां अमृतपाल सिंह के छिपे होने की संभावना ज्यादा है। सूत्रों के अनुसार अमृतपाल का यह वीडियो विदेश से अपलोड किया गया है। जिस हैंडल से इस वीडियो को भेजा गया है वो यूके का है। साथ ही वीडियो दो दिन पुराना लग रहा है। अमृतपाल ने जिस यूट्यूब एकाउंट से इस वीडियो को भेजा था उसे इस वीडियो के सामने आने के तुंरत बाद ही सरकार ने बैन कर दिया है। कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह पिछले 12 दिनों से फरार है और पुलिस के बड़े पैमाने पर जारी अभियान के बावजूद पकड़ा नहीं जा सका है।

चंडीगढ़: अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शनिवार को भगोड़े अमृतपाल सिंह से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने और जांच में सहयोग करने को कहा है। जत्थेदार ने पुलिस की क्षमता पर भी सवाल उठाया और आश्चर्य व्यक्त किया कि इतनी बड़ी ताकत होने के बावजूद वे अमृतपाल सिंह को क्यों नहीं पकड़ पाए हैं।

पुलिस जांच में सहयोग करे अमृतपाल

जत्थेदार ने कहा, "अगर अमृतपाल सिंह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, तो मैं उसे पुलिस के सामने पेश होने और पुलिस जांच में सहयोग करने के लिए कहूंगा।" उनकी यह टिप्पणी अमृतपाल और उनके नेतृत्व वाले संगठन 'वारिस पंजाब दी' के तत्वों के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई के मद्देनजर आई है।

अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार है, जब पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। कई तस्वीरों और वीडियो में उसे पुलिस को चकमा देने के लिए कई वाहन ले जाते हुए दिखाया गया है। जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर वह पुलिस को चकमा देकर बच निकलने में कामयाब रहा। उसका ठिकाना अभी भी अज्ञात है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख