चंडीगढ़: कांग्रेस पार्टी में पंजाब में नेतृत्व के चयन को लेकर स्थिति उलझती जा रही है। गांधी परिवार की करीबी मानी जाने वाली अंबिका सोनी ने मुख्यमंत्री बनने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि वह पंजाब की राजनीति में नहीं जाना चाहती हैं। अंबिका सोनी के इंकार के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी रद्द कर दी गई है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव परगट सिंह ने कहा है कि आज कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की कोई बैठक नहीं होगी।
इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पंजाब के नए मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएगी। हालांकि परगट सिंह ने कहा है, 'यह सब कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर है। यह आलाकमान का विशेषाधिकार है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक कल हुई थी और इसे जनादेश दिया गया है। कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक की कोई जरूरत नहीं है।'
वहीं, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस सांसद अंबिका सोनी ने पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के पार्टी आलाकमान के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
सोनी ने कथित तौर पर कहा कि वह इस समय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहती हैं और केवल एक सिख को पंजाब में मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
चंडीगढ़ में सुनील जाखड़ से मुलाकात के बाद कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह वैद का कहना है, ''हम सोनिया गांधी के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इसके तुरंत बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में फैसला लिया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के पीछे एक पृष्ठभूमि और मुद्दे हैं।''
पंजाब में कांग्रेस विधायक दल ने राज्य के नए मुख्यमंत्री को चुनने का फैसला भले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है लेकिन पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं- सुनील जाखड़, नवजोत सिंह सिद्धू, सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रताप सिंह बाजवा का नाम इस पद के लिए संभावित प्रत्याशी के रूप में चर्चा में हैं।
आज 11 बजे होने वाली थी सीएलपी की बैठक
इससे पहले कहा गया कि पंजाब के अगले मुख्यमंत्री का नाम आज दोपहर 11 बजे होने वाली सीएलपी की बैठक में तय होने की संभावना है। सोनिया गांधी विधायक दल के नए नेता का चयन करेंगी जो अमरिंदर सिंह की जगह राज्य का मुख्यमंत्री बनेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा था, "वह (सोनिया गांधी) जिसे भी चुनेंगी, उसे सभी सर्वसम्मति से स्वीकार करेंगे।"