नई दिल्ली: सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस आज मनाया जा रहा है। 1675 में मुगल शासक औरंगज़ेब के आदेश पर गुरु तेग बहादुर जी को यातनाएं देने के बाद उनका सिर कलम कर दिया गया था। इस दिन को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। गुरु तेग बहादुर जी ने देश के अधिकांश भागों में गुरु नानक देवजी की शिक्षाओं का प्रचार किया था। गुरु तेग बहादुर जी ने 111 शबद और 15 रागों की रचना की थी और उनकी शिक्षाओं और रचनाओं को गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल किया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा है कि गुरु तेग बहादुर ने मानवता की बेहतरी और एकता, सेवा और समाज में भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के लिए जीवन समर्पित कर दिया था। श्री कोविंद ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने लोगों के कष्ट दूर करने के लिए काम किया और दमन के खिलाफ लड़े इसलिए उन्हें हिंद की चादर कहा जाता है।
राष्ट्रपति ने लोगों से प्रेम, सदभाव, करुणा, भलाई के मूल्यों का प्रसार करने और सभी के कल्याण के लिए काम करने का संकल्प लेने के अपील की है।