बटाला (पंजाब): बटाला में जालंधर रोड पर स्थित गुरु रामदास कालोनी में बुधवार शाम करीब चार बजे पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। इससे साथ लगते एक घर का लैंटर गिर गया और दो घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। इनमें से सात की हालत गंभीर है। धमाका इतना जबरदस्त था कि पटाखा फैक्ट्री से 700 मीटर दूर स्थित दुकानों तक के शीशे और फ्लैक्स बोर्ड टूट गए। सड़क पर खड़ी कारें और मोटरसाइकिल हवा में उछलीं और साथ लगतीं ड्रेन में जा गिरीं। चारों तरफ चीख पुकार मच गई।
मौके पर फायरब्रिगेड की सात गाड़ियां और दो जेसीबी मशीनें बुलाकर राहत कार्य शुरू किया गया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। देर रात तक मलबा हटाने का काम जारी था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब धमाका हुआ तो पूरी कालोनी के घर हिल गए। उन्हें ऐसा लगा कि जैसे कोई बम गिरा है। जब बाहर निकलकर देखा तो फैक्ट्री की पूरी इमारत ध्वस्त हो गई थी। साथ लगते घर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। धमाके के कारण फैक्ट्री के साथ लगते गुरुद्वारा साहिब की दीवार भी टूट गई।
कालोनी निवासी गुरमीत सिंह और सुखदेव सिंह ने बताया कि फैक्ट्री में तीन भाइयों का परिवार काम करता था जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं। करीब 10 से 15 लोग फैक्ट्री मालिकों के पारिवारिक सदस्य थे।
सूचना मिलते ही डीसी गुरदासपुर विपुल उज्ज्वल, एसएसपी बटाला उपिंदरजीत सिंह घुम्मन, जज राणा कंवरदीप कौर, विधायक बलविंदर सिंह लाडी, विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य में जहां पंजाब पुलिस के आला अधिकारी और कर्मचारी जुटे दिखे। वहीं सिविल डिफेंस बटाला के वर्कर भी फायरब्रिगेड के कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मलबा हटाते नजर आए।
एनडीआरएफ को बुलाया
डीसी गुरदासपुर विपुल उज्जवल ने बताया कि हादसे के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। बचाव कार्य के लिए उन्होंने लुधियाना से एनडीआरएफ को बुलाया है।
मुख्यमंत्री ने बटाला धमाके की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को बटाला में पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया। यह जांच एडीसी (बटाला) करेंगे। इसके साथ ही कैप्टन ने ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए ताकि राहत और बचाव कार्यों के काम और तेजी से हो सकें। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 2 लाख रुपये एक्सग्रेशिया अनुदान देने का एलान भी किया है।
इसके अलावा अमृतसर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किए प्रत्येक गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को 50 हजार और मामूली रूप से जख्मी व्यक्ति को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को हरसंभव मदद देने के लिए जिला गुरदासपुर के सिविल और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर से कहा है कि घायलों को मुफ्त में बेहतर इलाज मुहैया करवाया जाए। वहीं उन्होंने एसएसपी बटाला को निर्देश दिए कि एनडीआरएफ टीमों द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों की वे खुद देखरेख करें।