नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने पाकिस्तान में सिख लड़की के जबरन धर्मांतरण और विवाह को लेकर मंगलवार को चिंता जताते हुए कहा कि पड़ोसी देश को अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिये। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरुद्वारा ग्रंथी की किशोर बेटी का मुसलमान लड़के से शादी कराने के लिये कथित रूप से बंदूक की नोक पर अपहरण और धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है।
अमरिन्दर ने यहां केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, "मैं पहले ही इस मुद्दे पर यहां के उच्च अधिकारियों से बात कर चुका हूं। मैं समझता हूं कि भारत सरकार ने भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान से बात की है। पाकिस्तान को चाहिए कि वह सिखों के अधिकारों की रक्षा करे।" सिंह ने यहां पंजाब में रह रहे लड़की के परिवार को मदद की पेशकश भी की।
एक शादी समारोह का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें लड़की मोहम्मद हसन नामक लड़के के साथ बैठी हुई दिखाई दे रही है, जिसने उससे शादी की। हसन का दावा है कि उसने बिना किसी दबाव के उससे शादी की है।
पाकिस्तान में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव के जन्मस्थल ननकाना साहिब में सिख समुदाय ने प्रदर्शन किया। इसके अलावा दिल्ली और अन्य जगहों में भी कई प्रदर्शन हुए।
भारत ने रविवार को इस मामले को लेकर कड़ा विरोध जताया था और इस्लामाबाद को ऐसे मामलों को रोकने के लिये जरूरी कार्रवाई करने के लिये कहा था। सिंह ने शाह के साथ मुलाकात में पंजाब की सुरक्षा पर चर्चा की। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर ने करतारपुर कॉरिडोर के बारे में एक सवाल पर कहा कि तय कार्यक्रम के अनुसार काम चल रहा है और वह इसमें हुई प्रगति को लेकर संतुष्ट हैं।