नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में गुरुवार (28 दिसंबर) को हुई। इसमें नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शामिल हुए। ये मीटिंग ऐसे समय में हुई जब अटकलें लगाई जा रही है कि ललन सिंह जेडीयू चीफ पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
ललन सिंह और नीतीश कुमार तमाम तरह की अटकलों के बीच राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में भाग लेने के लिए एक साथ दिल्ली में पार्टी कार्यालय पहुंचे। बैठक के बाद दोनों नेता एक साथ निकले, इसके बाद माना जा रहा कि दोनों ने ऐसा एकजुटता का संदेश देने के लिए किया है। जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठक में जेडीयू के अध्यक्ष पद से ललन सिंह नहीं हटेंगे। ललन सिंह और नीतीश भी ऐसी संभावनाओं को लेकर मना करते रहे हैं।
ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देने की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ''बीजेपी के इशारे पर मीडिया विवाद खड़ा कर रहा है।
उन्होंने कहा, मुझे इस्तीफा देना है तो मैं आपको (मीडियाकर्मियों को) बुलाऊंगा और आपसे परामर्श करूंगा कि त्याग पत्र में क्या लिखना है ताकि आप बीजेपी कार्यालय जा सकें और मसौदा प्राप्त कर सकें। ये सामान्य बैठक है।'' मीटिंग से पहले नीतीश कुमार ने भी सभी संभावनाओं से मना करते हुए कहा कि पार्टी में सब नॉर्मल है। जेडीयू की मीटिंग होना परंपरा रही है तो सब कुछ ठीक चल रहा है। इसमें कुछ भी असाधारण नहीं है।
जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी कहा कि ललन सिंह का इस्तीफा नहीं मांगा गया। उन्होंने मीटिंग के बाद कहा, ''ललन सिंह का इस्तीफा नहीं लिया गया। आप लोग तो दुखी होंगे। हमारी मीटिंग शुक्रवार (29 दिसंबर) को सुबह 11.30 बजे फिर से होगी।''
नीतीश कुमार हमें खुद छोड़कर गए थे: बीजेपी अध्यक्ष
उधर, बीजेपी ने पूरे मामले को लेकर कहा कि इससे हमें फर्क नहीं पड़ता। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ''जेडीयू का अध्यक्ष कोई भी बनेगा। इससे हमें फर्क नहीं पड़ता। नीतीश कुमार हमें खुद छोड़कर गए थे। हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व भी कह चुका है कि बीजेपी और जेडीयू का कोई गठबंधन नहीं है। हम 2024 में देश में और 2025 में बिहार में बीजेपी की सरकार बनाना चाहते हैं।''
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने इस बीच बड़ा दावा किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''नीतीश कुमार कुछ ही दिन के मेहमान रहने वाले हैं। लालू यादव ने चक्रव्यूह रच दिया है। इसमें पहला चक्रव्यूह था कि अवध बिहारी को स्पीकर बनाना। नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को सीएम नहीं बना रहे। नीतीश कुमार कुछ ही दिन में पूर्व सीएम होने वाले हैं। अगला मुख्यमंत्री आरजेडी से होगा।''
गठबंधन होता है तो रिश्ते मधुर होते हैं: आरजेडी
आरजेडी ने गिरीराज सिंह के दावे पर पलटवार किया। आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा, ''किसी दल का किसी से गठबंधन होता है तो रिश्ते मधुर होते हैं। नीतीश कुमार के रिश्ते लालू यादव और तेजस्वी यादव से मधुर है। हमारे नेता कई बार विभिन्न मंचों से कह चुके हैं कि कोई हड़बड़ी नहीं है कुछ (सीएम) बनने की।''
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का हिस्सा होने के साथ-साथ आरजेडी और जेडीयू बिहार में साथ में मिलकर सरकार चला रहे हैं। इसमें तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वैसे अटकलों को जेडीयू ने खारिज तो कर दिया है। हांलाकि इससे पहले कई बार नीतीश कुमार बीजेपी से आरजेडी और फिर आऱजेडी से बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुके हैं।
बता दें कि अटकलें लगाई जा रही थीं कि ललन सिंह को सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से कथित निकटता के कारण अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है। यह भी दावा किया जा रहा था कि पिछले साल अगस्त में नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन कर सकते हैं।