पटना (जनादेश ब्यूरो): इंडिया गठबंधन (आईएनडीआईए) की मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव टीएमसी (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने पीएम के रूप में रखा। इसका दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया। इसके बाद से ऐसी अटकलें थी कि इस बात से मीटिंग में मौजूद बिहार के सीएम नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं। हालांकि अब जनतादल यूनाइटेड (जेडीयू) की ओर से किसी तरह की नाराजगी के दावों को खारिज करते हुए कहा गया है कि नीतीश कुमार मीटिंग के आखिर तक वेन्यू पर मौजूद थे। बता दें कि बैठक मंगलवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में हुई थी, जिसमें 28 दल शामिल हुए थे।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''नीतीश कुमार जी नाराज नहीं हैं। बैठक के अंत तक वह उसमें मौजूद थे। बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे जी, राहुल गांधी जी और सोनिया गांधी जी से अनुमति लेकर हम बाहर निकले। ये मनगढ़ंत बाते हैं कि वह नाराज हैं। यह तय हुआ था कि प्रेस ब्रीफ में एक-दो लोग बैठेंगे।'' ललन सिंह ने यह दावा किया गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है।
सीट बंटवारे पर यह बोले ललन सिंह
उधर, सीट बंटवारे को लेकर पूछे गए सवाल पर ललन सिंह ने कहा, ''सीट बंटवारे पर चर्चा हुई है। 15-20 दिनों में सभी राज्यों में सीट पर बंटवारा किया जाएगा। अलग-अलग जगहों पर ज्वाइंट रैली होगी। आम सभाएं होंगी और उसमें गठबंधन के घटक दल के नेता उसमें पहुंचेंगे।'' वहीं, जेडीयू के सांसदों के नीतीश कुमार से हुई मुलाकात पर ललन सिंह ने कहा कि वह दिल्ली में थे, तो सांसदों ने मिलने की इच्छा जताई थी। नीतीश कुमार ने उन्हें मिलने का समय दिया था।
इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले ये माना जा रहा था कि इसमें गठबंधन के संयोजक पद का एलान हो सकता है। लेकिन बैठक में इसको लेकर भी कोई फैसला नहीं हुआ। जबकि यह कहा गया है कि को-ऑर्डिनेशन कमेटी ही बैठक के आयोजन से जुड़ा कामकाज देखेगी। दिलचस्प बात ये भी रही कि बिहार में नीतीश सरकार की सहयोगी दल भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अगर खड़गे जैसे दलित नेता प्रधानमंत्री बनते हैं, तो मौजूदा समय में ये देश के लिए बहुत अच्छा रहेगा। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि पीएम पद के उम्मीदवार की जरूरत नहीं है, ये चुनाव के बाद तय किया जाएगा।