पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना हुई है। यहां खुसरूपुर प्रखंड के मोसिमपुर पंचायत में एक दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया है। जिसमें 1500 रुपए उधार का सूद नहीं देने पर एक दलित महिला को न सिर्फ बेरहमी से नंगा करके पीटा गया है, बल्कि उसे पेशाब पीने के लिए भी मजबूर किया गया। यह घटनाक्रम बीते रात 10 बजे के आस पास का बताया गया है।
दबंगों ने दलित महिला को नंगा कर लाठी डंडे से पीटा
इस बाबत पीड़ित महिला आशा देवी ने बताया कि रात्रि 10 बजे के आस पास मैं अपने घर के बाहर लगे नल से पानी ले रही थी। पंचायत के एक दबंग ने पति को बंधक बनाकर रखने की बात कह कर उसे अपने घर ले गया। दबंग व्यक्ति प्रमोद सिंह ने हमें अपने घर पर ले जाकर बहुत बेदर्दी से मारपीट की। मुझे नंगा कर लाठी डंडे से पीटा गया। इस दौरान मेरा माथा फट गया।
बेरहमी से पिटाई के बाद महिला को पेशाब भी पिलाया
पीड़ित पंचायत के वार्ड नंबर छः निवासी सुबोध दास की पत्नी आशा देवी ने बताया कि प्रमोद सिंह ने अपने बेटे अंशु कुमार से मेरे मुंह में पेशाब भी करा डाला। मैं किसी तरह से जान बजाकर नग्न अवस्था में अपने घर की ओर भागी। रास्ते में मिले हमारे भैसुर फौरन हमें घर ले गए। इसके बाद परिवार वालो ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी और पीड़ित को थाना ले जाया गया।
पीड़िता को खुसरूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया एडमिट
फिलहाल पीड़ित को खुसरूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया गया है। उसकी इंजुरी रिपोर्ट थाना को भेज दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकारी अस्पताल पहुंचकर खुसरूपुर थाना पुलिस पीड़िता से बयान ले चुकी है।
महज 1500 सौ रुपए के सूद न देने पर दबंगों ने की मारपीट
पीड़ित महिला ने यह बताया कि मेरे पति ने कर्ज के तौर पर महज 1500 सौ रुपए लिए थे। जिसकी अदायगी कर दी गई थी। इसके बावजूद दबंगई के बल पर कर्ज के अतिरिक्त सूद के रूप में पैसा पूर्व से मांगा जा रहा था। इसको लेकर आए दिन प्रमोद सिंह गाली-गलौज और जान से मारने और पीटने की धमकी देता रहता था।
पूरा दलित परिवार डरा और सहमा, पीड़िता लगा रही न्याय की गुहार
इसको लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से एक आवेदन भी दिया गया है। आवेदन में प्रमोद सिंह पिता स्व चंद्रदीप सिंह एवं अंशु कुमार पिता प्रमोद सिंह के ऊपर मारपीट कर घायल करने और नंगा कर मुंह में पेशाब करने की बातों का जिक्र किया गया है। अब देखना यह कि अर्ध रात्रि में एक दलित महिला के साथ हुए इस घटना पर पुलिस क्या कुछ एक्शन लेती है। जबकि इस घटना को दबाने के लिए कई रसूखदार पर्दे के पीछे खड़े हैं। हालांकि, पीड़िता न्याय की गुहार लगा रही है। इस बात को लेकर पूरा दलित परिवार डरा और सहमा है।