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पटना: बिहार के सीवान में पत्रकार की हत्या मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या 13 मई को हुई थी। पुलिस का दावा है कि इन लोगों ने अपना गुनाह कबूल लिया है और शहाबुद्दीन के करीबी ने उन्हें पत्रकार को मारने के लिए सुपारी दी। पटना में बुधवार को एडीजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हत्याकांड में मुख्य शूटर रोहित की गिरफ़्तारी हो चुकी है लेकिन अभी हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है। इस मामले में देसी पिस्टल और तीन मोटरसाइकिलें भी जब्त की गए है। हत्या में बरामद पिस्टल और कारतूस को जांच के लिए स्टेट फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है। एडीजी के मुताबिक पुलिस की जांच सही दिशा में जा रही है। इस मामले की सीबीआई ने भी प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, इन लोगों को लड्डन मियां ने पत्रकार के कत्ल की सुपारी दी थी और लड्डन पूर्व आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन का करीबी माना जाता है। इस हत्याकांड में मेन शूटर रोहित है और उसके साथ विजय को लड्डन मियां ने पत्रकार के कत्ल के लिए सुपारी दी थी।

यानी इस हत्याकांड के तार अब सीधे तौर पर शहाबुद्दीन से जुड़ते जा रहे हैं। हिन्दी दैनिक 'हिंदुस्तान' के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन को सिर और गर्दन में गोलियां मारी गई थीं। जिससे उनकी मौत हो गई। राजदेव रंजन 24 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे थे। बता दें कि इसी साल अप्रैल में लालू यादव की आरजेडी में शहाबुद्दीन को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया गया था। मार्च में एक आरजेडी मंत्री ने तब सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी जब उन्होंने जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथ अपना एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था। तस्वीर में शहाबुद्दीन ने मंत्री के कंधे पर हाथ रखा हुआ था और एक और नेता के साथ मिलकर यह तीनों जेल के नियमों के विरुद्ध नाश्ते-पानी का मज़ा ले रहे थे।

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