पटना: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के आधा दर्जन से अधिक मंत्री और विधायकों के शराब का लती होने का आरोप लगाया है और कहा कि उन्हें कांग्रेस विधायक के अतिथियों को शराब पीने का निमंत्रण देने पर आश्चर्य नहीं हुआ। अपने आवास पर आज आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने आरोप लगाया कि यह सर्वविदित है कि प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) में आधा दर्जन से अधिक मंत्री और विधायक शराब के आसक्त हैं, जो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में पूर्ण शराबबंदी के संकल्प पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। सुशील ने आरोप लगाया कि शराब पर पाबंदी और इसके उत्पादन, बिक्री और उपभोग करने पर सजा का प्रावधान किए जाने के बावजूद इसका प्रत्याशित परिणाम नहीं समाने आया है, क्योंकि शराब बिहार के सभी हिस्सों में अवैध रूप से बेची जा रही है। सुशील ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में शराबबंदी के कारण अपराध की घटनाओं में गिरावट आने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि आपराधिक वारदात यथा हत्या, डकैती, लूट आदि का शराब से कोई ताल्लुक नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्ण शराबबंदी के पक्ष में है और सरकार अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।