इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन-2023 चल रहा है। सोमवार को इस सम्मेलन में भाग लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रवासियों को विदेशी धरती पर भारत का ब्रांड एंबेसेडर कहकर संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत की उपलब्धियों को भी बताया। इस सम्मेलन में 70 देशों से 3500 से अधिक प्रवासी भारतीय हिस्सा ले रहे हैं।
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की ताक़त आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है। इसलिये प्रवासी भारतीयों की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है। मैं इनको विदेशी धरती पर भारत का ब्रांड एम्बेसेडर कहता हूँ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सम्मेलन में 70 देशों के प्रवासी भारतीय शिरकत कर रहे हैं। करीब चार वर्षों बाद प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन एक फिर से अपने मूल स्वरूप में हो रहा है। ये सम्मेलन मध्य प्रदेश के उस धरती पर हो रहा है जिसे देश का हृदय क्षेत्र कहा जाता है। मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी।
उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं इन्दौर एक शहर है। मैं कहता हूं कि इन्दौर एक दौर है। जो समय से आगे चलता है, लेकिन अपनी विरासत को संभालकर चलता है। इन्दौर देश में ही नहीं पूरी दुनिया में लाजवाब है। पोहे का पैशन साबूदाने की खिचड़ी… जिसने चखा कहीं और मुड़कर नहीं देखा। छप्पन दुकान सराफा मशहूर है। इन्दौर स्वच्छता के साथ स्वाद की भी राजधानी है।
इस बार हो रहा प्रवासी भारतीय दिवस कई मायनों में महत्वपूर्ण है। अभी कुछ महीने पहले ही हमने भारत की आजादी के 75 साल मनाए हैं। यहां स्वतंत्रता संग्राम की प्रदर्शनी लगाई गई है। देश अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। भारत की वैश्विक दृष्टि को मजबूती मिलेगी।
'स्वदेशो भुवनत्रयम्' अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया।
भारत कोविड महामारी के बीच कुछ महीनों में स्वदेशी वैक्सीन बना लेता है, 220 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त लगाने का रिकॉर्ड बनाता है, वैश्विक अस्थिरता के बीच भारत दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था बनता है, भारत विश्व की सबसे बड़ी पांच अर्थव्यवस्था में शामिल होता है, भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनता है, मेक इन इंडिया का डंका बजता है, जब तेजस फाइटर प्लेन, एयरक्राफ्ट कैरियर और अरिहंत जैसी न्यूक्लियर सबमरीन बनाता है, तब स्वाभाविक है कि लोगों में रुचि होगी ये जानने में कि भारत की रफ्तार, दायरा क्या है? भारत का भविष्य क्या है?
इस वर्ष भारत दुनिया के जी-20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस ज़िम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। हमारे लिए ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है। ये दुनिया के लिए भारत के अनुभवों से सीखने का अवसर है। हमें यकीन है कि ऐसा होगा।
हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है, तो उसे 'सशक्त और समर्थ भारत' की आवाज़ भी सुनाई देती है। दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है।
दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रान्तों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सुखद अहसास होता है। दुनिया के अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं, तो 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साक्षात् दर्शन होते हैं।
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से मुस्कुराते हुए कहा- आशा करता हूं कि आप सभी उज्जैन जाकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेंगे। बता दें कि कुछ समय पहले ही महाकाल लोक का उद्धाटन पीएम मोदी ने किया था।