मुंबई: जरूरतमंद लोगों को चिकित्सकीय उपचार के लिए दिए जाने वाले मुख्यमंत्री के राहत कोष के तहत और अधिक सर्जरी को शामिल करते हुए इस सहायता राशि में दी जाने वाली वित्तिय सहायता बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कल 67वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य अतिथिगृह ‘सहयाद्री’ में लोगों से बातचीत करने के दौरान यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब से जिगर, अस्थि मज्जा, हृदय प्रतिरोपण, कृत्रिम अंगों को लगाने और शिशुओं को गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में रखने में आने वाले खचरें के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। अधिकारी ने बताया कि अब तक मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंद लोगों को अधिकतम दो लाख रूपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती थी जिसे अब बढ़ा कर तीन लाख रूपये कर दी गई है।
अधिकारी के अनुसार, अगर जिगर, अस्थि मज्जा और हृदय प्रतिरोपण पर 10 लाख रुपये से अधिक का खर्च आता है तो सरकार इसके लिए तीन लाख रूपये दे सकती है। उन्होंने बताया कि कृत्रिम अंग लगाने में एक लाख रूपये तक के खर्च पर सरकार 50 फीसदी खर्च वहन करेगी जो सबसे कम है। आईसीयू में नवजात शिशु को रखने के मामले में आने वाले खर्च पर भी यही तरीका अपनाया जाएगा।