पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार ने रविवार को भतीजे अजित पवार के साथ महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए पार्टी नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के घेरे में थे और वह जांच का सामना नहीं करना चाहता थे, इस वजह से सरकार में शामिल हो गए।
बता दें कि अजित पवार और उनके कई समर्थकों ने शरद पवार को झटका देते हुए एकनाथ सरकार को अपना समर्थन दे दिया था। जिसके बाद अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। ऐसे में शरद पवार ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में इस घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए बागी नेताओं पर निशाना साधा।
एनसीपी संस्थापक ने कहा कि हाल ही में हमारे कुछ लोग सरकार में शामिल हुए हैं। वे कह रहे हैं कि वे विकास के मुद्दे पर गए थे, लेकिन इसका कोई खास मतलब नहीं था। उनमें से कुछ ईडी जांच के घेरे में थे और जांच का सामना नहीं करना चाहते थे, लेकिन कुछ लोग जो अनिल देशमुख जैसे थे उन्होंने जेल जाना स्वीकार कर लिया।
शरद पवार ने अनिल देशमुख की तारीफ करते हुए कहा, अनिल देशमुख ने जेल जाना स्वीकार किया और 14 महीने बिताए जहां उन्हें जांच से बचने के लिए उस पक्ष (भाजपा) में शामिल होने की भी पेशकश की गई, लेकिन अनिल देशमुख ने कहा कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। वह कानून का सामना करेंगे और अपनी विचारधारा नहीं छोड़ेंगे। हमारे कुछ सदस्य एजेंसियों की जांच के दबाव में भाजपा में शामिल हुए।