मुंबई: नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भाजपा नीत केन्द्र सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया है कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है। शिवसेना ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेश दौरों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पहले यह तय करना होगा कि उनका आवास देश के भीतर है या बाहर। पार्टी के अनुसार यद्यपि पिछले दो साल में कोई बड़ा घोटाला नहीं हुआ है, लेकिन सरकार मुद्रास्फीति को रोकने, महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों को राहत दिलाने और कृषि क्षेत्र के संकट को दूर करने में विफल रही है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में लिखा गया है, ‘‘दो साल में मोदी सरकार ने एक के बाद एक योजना शुरू की। लेकिन, उनमें से किसी योजना को लोग मुश्किल से ही जानते हैं। पिछली सरकार भी इन्हीं योजनाओं को विभिन्न नामों से चला रही थी, जो आखिर में भ्रष्टाचार के जाल में उलझ गए थे।’’
प्रधानमंत्री के विदेश दौरों का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया है, ‘‘मोदी को पहले यह तय करना है कि उनका निवास देश के अंदर है या बाहर।’’